28 देश, एक यूनियन, नाम यूरोपियन यूनियन,1993 से प्रभाव में आया ,यूनियन से इंग्लैंड ने किनारा करने के लिए ऐतिहासिक जनमत संग्रह कराया,परिणाम स्वरुप लगभग 52% लोगों की राय के मुताबिक इंग्लैण्ड को यूरोपीय यूनियन से अपना 23 साल पुराना रिश्ता तोड़ लिया है !
चार देश, इंग्लैंड, वेल्स, स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड मिलकर यूनाइटेड किंगडम बनाते हैं,यूरोपीय यूनियन से निकलने पर इंग्लैंड कई समस्याओं से दो चार होना पड़ सकता है. जब किसी भी राष्ट्र में कोई नया इतिहास बनता है तो पूरी दुनिया की नजर उसकी तरफ होती है और इंग्लैंड में भी आज नया इतिहास रचा है! इकॉनमी,व्यापार पर असर आएगा होना लाज़मी है और उसके लिए इंग्लैण्ड ने तैयारी भी की होगी !
इंग्लैण्ड की परेशानी अगर कोई बड़ा सकता है तो वो स्कॉटलैंड हैं क्योंकि स्कॉटलैंड की जनता ने बड़ी संख्या में यूरोपीय यूनियन में बने रहने के पक्ष में वोटिंग की है,स्कॉटलैंड ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले भी बगावत के स्वर मुखर कर चूका है,वह इंग्लैंड का यूनाइटेड किंगडम में वर्चस्व को लेकर असन्तुष्टि जाहिर कर चूका है! सन 2014 में स्कॉटलैंड को स्वंतंत्र राष्ट्र घोषित करने के लिए हुए जनमत में 42% लोगों ने पक्ष में मतदान किया था! यूरोपीय यूनियन से निकलने के बाद इंग्लैंड को को यूनाइटेड किंगडम को संगठित रखने के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी !