‘सरबजीत’ बायोपिक फिल्म है, ‘मैरी कॉम’ जैसी हिट फिल्म दे चुके निर्देशक उमंग कुमार, सच्ची घटना पर आधारित फिल्म सरबजीत लेकर आए हैं! फिल्म में सरबजीत सिंह की कहानी दिखाई गई है जो पेशे से किसान है और गलती से सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गया! बार्डर पार से भारतीय रिश्ते इतने तल्ख़ हैं कि तो जाहिर है सरबजीत को भारतीय जासूस समझकर जेल में डाल दिया जाता है! पाकिस्तानी जेलों में दी जाने वाली यातनायें हम पहले दिवार और हाल में प्रदर्शित बजरंगी भाई जान जैसी फिल्मों में देख चुके हैं किस तरह से इन जेलों में अमानवीय प्रताड़नाओं से गुजरना पड़ता है जेल में जासूस साबित करने के लिए “सरबजीत” को दी जाने वाली यातनाओं का दर्द सरबजीत बने रणदीप हुड्डा के चेहरे पर साफ़ पढ़ सकते हैं !
सरबजीत की बहन दलजीत का अपने भाई के प्रति अगाध प्रेम और पाकिस्तान की जेल से निकाल लाने की असफल कोशिश को परदे पर उभारने में सफल रहे हैं निर्देशक उमंग कुमार. सरबजीत की बहन दलजीत का किरदार ऐश्वर्या राय ने निभाया है और बहन का भाई के प्रति निष्छल प्रेम की जो तस्वीर प्रस्तुत की गयी है वह कहीं न कहीं आपको रुआंसा होने के लिए मजबूर कर ही देगी, ऐश्वर्या ने दलजीत के किरदार के साथ न्याय किया है, तो हुड्डा ने सरबजीत के किरदार को जीवंत किया है, ऋचा चड्ढा के लिए इस फिल्म में करने के लिए कुछ खास नहीं था, अपने हिस्से की जिम्मेदारी को वह निभा गयी हैं, रणदीप हुड्डा के अभिनय के लिए एक बार यह फिल्म देखी जा सकती है!
असली जिंदगी को फिल्म में उतारना हमेशा कठिन होता है! निर्देशक उमंग कुमार से मेरीकॉम के बाद दर्शकों की उम्मींदे बढ़ना लाजमी था, जिसमें वे पूरी तरह सफल होते नहीं दिख रहे है! सरबजीत की कहानी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित रही है जिसको वे परदे पर और शशक्त रूप में उकेर सकते थे, फिल्म में कुछ काल्पनिक दृश्यों को सम्माहित कर इसे रोचक बनाने का कोई प्रयास नहीं किया गया हालाँकि वह ऐसा कर सकते थे !
कुल मिलाकर यह फिल्म आपको सोचने के लिए मजबूर करेगी कि पाकिस्तान की जेलों में न जाने कितने ऐसे सरबजीत बंद हैं जिनका सियासत और रंजिशों से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं ,और नहीं हर किसी सरबजीत के पीछे लड़ने वाली उसकी बहन खड़ी है!