इस साल की जनवरी में सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद आठ साल की बच्ची की हत्या करने की जितनी निंदा की जाए कम है। घटना को अंजाम देने वालों को कठोरतम सजा मिलनी चाहिए। इस घटना को एक साजिश के तहत अंजाम दिया गया जो महीनों पहले रची गई थी।
मुख्य बिंदु
* साजिश के तहत सामूहिक बलात्कार के बाद बच्ची की कर दी हत्या
* इस मामले को दबाने के लिए पुलिस को दिया गया पैसा
* बेवजह भाजपा और पीडीपी का मुदा बनाकर राजनीति कर रही कांग्रेस
कठुआ रेप केस में जिस प्रकार का नरेशन बनाने की कोशिश की जा रही है, वह राजनैतिक प्रेरित नजर आ रही है! वामपंथी वेब पोर्टल ने कुछ लोगों के घृणित कृत्य के लिए पूरे हिन्दू समाज को निशाने पर ले लिया! क्विंट हिंदी पोर्टल लिखता है “जम्मू की रहने वाली 8 साल की मासूम बच्ची. उसके साथ हुई दरिंदगी की वजह बना उसका धर्म” जबकि घृणित कृत्य के पीछे मामला जमीन के अधिग्रहण से जुड़ा है।
हम बार-बार कह रहे हैं कि बलात्कार जैसे अमानवीय कृत्य की किए हम घोर भर्त्सना करते हैं, लेकिन बलात्कार की घटना की आड़ में बनाये जा रहे नरेशन से इत्तफ़ाक़ भी नहीं रखते।
दरअसल यह घटना वहां के दो समुदायों की दुश्मनी की परिणति है। जहां यह घटना घटी उस गांव का नाम रासना है, जो कठुआ से थोड़ी दूरी पर है। घटना के आरोपी अपनी जमीन से बकरावल समुदाय को बहुत दिनों से हटाना चाहता था। इसी कारण दोनों समुदाय में दुश्मनी थी। अपनी जमीन से भगाने के लिए ही बकरावल समुदाय की उस बच्ची का अपहरण किया गया। बाद में उसके साथ बलात्कार किया गया और पहचान छिपाने के लिए उसकी हत्या कर दी गई।
जैसे ही यह मामला सामने आया सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दिया। पुलिस ने इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है। गिरफ्तार होने वालों में पुलिसकर्मी भी शामिल है। इस मामले में सरकार न तो किसी को बचा रही है और न ही किसी को फंसा रही है।
कठुआ रेप केस और कांग्रेस का खेल!
सरकार यदि चाहती तो उमर अब्दुल्ला सरकार के समय हुई दो महिलाओं की हत्या और दुष्कर्म के मामले की तरह इस मामले पर भी लीपापोती कर देती। ज्ञात हो कि अब्दुल्ला सरकार ने दोनों महिलाओं की हत्या की सीबीआई जांच रिपोर्ट के बावजूद दोषियों का इसलिए साथ दिया क्योंकि उसका ताल्लुक मजलिस मशावरत जैसे संगठन से था। मजलिस मशावरत वही संगठन है जो सुरक्षा बलों के खिलाफ प्रदर्शन करने में सबसे आगे रहता है।
IndiaSpeaksDaily फिर कहता है कि घटना के पीछे छिपे नरेशन को पहचानिये क्योंकि जाल फेंका जा चुका है और बार बार अलग अलग रूप में आपके सामने बिछाया जाएगा! अब देखना यह है कि हम इस जाल कैसे काटते हैं ?
URL: Fair probe done in kathua rape case-2
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