लगता है टाइम्स ऑफ इंडिया ने मोदी सरकार के खिलाफ सीक्रेट मिशन चला रखा है। पहले वह फेक न्यूज लगाता है और जैसे ही उसके खिलाफ कार्रवाई की बात होती है वह तुरंत ही माफी मांग लेता है और खबर भी हटा लेता है। जब तक ये सब हो तब तक मोदी सरकार को बदनाम करने या नुकसान पहुंचाने का उसका सीक्रेट मिशन सफल हो चुका होता है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने राफेल डील को लेकर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और लीगल एक्टिविस्ट सुब्रमनियन स्वामी के एक बयान को गलत ढंग से पेश कर मोदी सरकार को बदनाम करने वाली एक फेक स्टोरी चलाई थी।
मुख्य बिंदु
* राफेल डील पर सुब्रमनियन स्वामी के बयान को गलत ढंग से पेश करते हुए छापी थी खबर
* टाइम्स ऑफ इंडिया का माफी मांगना और खबर हटाना सीक्रेट मिशन का हिस्सा लगता है
इस फेक स्टोरी में स्वामी के बयान को कोट करते हुए लिखा था कि स्वामी ने भी राफेल डील को भ्रष्ट बताया है। जबकि स्वामी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया था। स्वामी ने इस खबर को लेकर टाइम्स ऑफ इंडिया को कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी तो उसने स्वामी से अपनी गलती के लिए माफी भी मांग ली और साइट से वह खबर भी हटा ली। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, इससे पहले भी टाइम्स ऑफ इंडिया ने हिंदूओं को बदनाम करने के लिए एक फेक न्यूज पर हिंदू बाबा की तस्वीर लगाकर उसे प्रसारित किया था, जिसे बाद में हटा लिया।
We published a story carrying a quote of @Swamy39 on the Rafael Deal. The story was based on an agency copy from 2015. Since the quote has been denied by #SubramanianSwamy & The Agency, we are taking the story down.We apologise to @Swamy39 & our readers for this inadvertent error
— Indiatimes (@indiatimes) July 30, 2018
गांधी परिवार से प्रशिक्षित मीडिया ने भारत-फ्रांस के बीच हुए राफेल डील को एक बार फिर असमय हेडलाइंस बनाने का प्रयास किया है। टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट ‘इंडिया टाइम्स’ ने रविवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमनियन स्वामी के झूठे बयान के आधार पर एक आलेख प्रकाशित कर राफेल डील को भ्रष्ट बताया। उसने अपनी फेक स्टोरी में लिखा कि स्वामी ने राफेल डील को भ्रष्ट बताया है तथा इस मामले में मोदी सरकार के खिलाफ कोर्ट जाने की भी धमकी दी है। ‘इंडिया टाइम्स’ ने पीटीआई की एक स्टोरी के हवाले से स्वामी के बयान को कोट करते हुए लिखा है “स्वामी ने कहा है कि चूंकि कोई राफेल जहाज नहीं खरीद रहा है ऐसे में अगर भारत यह जहाज नहीं खरीदता है तो डेसॉल्ट नाम की विमानन कंपनी हवा में उड़ जाएगी।
मोदी सरकार को बदनाम करने के टाइम्स ऑफ इंडिया के इस सीक्रेट मिशन को भांपते हुए स्वामी ने इस फेक स्टोरी पर तुरंत संज्ञान लिया और ट्वीट कर स्पष्ट किया कि उन्होंने इस प्रकार का कोई बयान रविवार को दिया ही नहीं। इसके साथ ही इस शरारतपूर्ण फेक स्टोरी के लिए टाइम्स ऑफ इंडिया के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही। स्वामी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि ‘इंटिया टाइम्स’ ने मेरे बयान को उद्धृत करते हुए लिखा है कि आज मैंने राफेल डील को ‘भ्रष्ट’ कहा है, इसीलिए में उसके खिलाफ कोर्ट जाऊंगा , क्योंकि मैंने ऐसा कोई बयान दिया ही नहीं, यह बकवास है और बिल्कुल फेक न्यूज है, इसका खामियाजा इंडिया टाइम्स को भुगतना पड़ेगा।
Some India Times is quoting me that I said today the Rafaela’s deal is “corrupt” and that I will go to court against it. Rubbish. It is totally fake news probably put out by paid India Times
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 29, 2018
स्वामी के इस कड़े रुख को देखते हुए ही पीटीआई ने भी टाइम्स ऑफ इंडिया के इस सीक्रेट मिशन की धज्जियां उड़ा दी। उन्होंने इस संदर्भ में एक बयान जारी कर टाइम्स ऑफ इंडिया के झूठ को जगजाहिर कर दिया। पीटीआई ने अपने बयान में कहा है कि न्यूज एजेंसी ने स्वामी के बयान पर आधारित इस प्रकार की कोई स्टोरी जारी नहीं की है।
PTI has not issued any story quoting Dr Subramanian Swamy @Swamy39
— Press Trust of India (@PTI_News) July 29, 2018
स्पष्टीकरण के साथ कानूनी कार्रवाई करने की धमकी देने के बाद इंडिया टाइम्स के होश ठिकाने आ गए। स्वामी की धमकी देते ही इंडिया टाइम्स ने खंडन के साथ अपनी उस स्टोरी को अपडेट किया। अपने खंडन में उसने लिखा है कि दरअसल स्वामी का यह बयान 2015 का था लेकिन वह स्टोरी और उनका बयान रविवार को जारी हो गया। लेकिन स्वामी इस खंडन से शांत नहीं हुए वे टाइम्स ग्रुप के खिलाफ मुकदमा करने पर आमदा थे। स्वामी ने दोबारा ट्वीट कर बताया कि वह टाइम्स ऑफ इंडिया के खिलाफ मुकदमा करने के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू करने जा रहे हैं।
स्वामी की इस ट्वीट के तुरंत बाद ही इंडिया टाइम्स ने उनसे माफी मांगते हुए ट्वीट किया कि वह अपनी उस स्टोरी को साइट से हटा रहा है।
अपनी वेबसाइट इंडिया टाइम्स के माध्यम से एक फेक स्टोरी को इतना हाइप देना दरअसल टाइम्स ऑफ इंडिया के सीक्रेट मिशन का ही हिस्सा कहा जाएगा। उसकी माफी मांग लेने से क्या हो जाएगा? मोदी सरकार को बदनाम करने का उसका मिशन तो पूरा हो ही गया है। मीडिया का एक तबका येन-केन प्रकारेण मोदी सरकार को बदनाम करने पर आमादा है।
The real story in the India Times Rafael fake news fraud on the public is how could a reporter publish it without the editor’s clearance and fact checking. In other words it was a conspiracy at the highest level. If so conspiracy of which persons?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 31, 2018
टाइम्स ऑफ़ इंडिया द्वारा फैलाई झूठी ख़बरों के लिए पढ़िए:
AgustaWestland हेलीकाॅप्टर के लिए TOI और HT ने की थी लाॅबिंग?
URL: Fake news Maker, Times of india’s Conspiracy of fake narration against swamy
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