मोनिका। हजारों की भीढ़, लेकिन इस भीढ़ में हर चेहरे पर एक मायूसी थी। अटल जी जाने का गम था, एक टीस थी जो उन्हें उमस भरी गर्मी में यहां तक खीच लाई थी। पसीने से लथपथ लोग अटल जी के अंतिम दर्शन के लिए व्याकुल थे। शुक्रवार का दिन, ठीक दो बजे बीजेपी हेडक्वॉर्टर से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी की अंतिम यात्रा निकली। जिस दिल्ली में लोग अपने लिए समय नहीं निकाल पाते हैं, परिजनों को समय नहीं दे पाते, उस दिल्ली में शुक्रवार की उमस भरी गर्मी में लोग अपने बच्चे, बेटी, पत्नी और बुजुर्ग पिता के साथ अपने प्यारे नेता अटल बिहारी के अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए पहुंच चुके थे। यूं तो हर पूर्व प्रधानमंत्री की मौत पर औपचारिकतावश ऐसी अंतिम यात्रा निकती है, लेकिन अटल जी की इस अंतिम यात्रा में जो दिखा वह अद्भुत और अविश्वसनीय था। यहां औपचारिकता पर भावनात्मक भारी दिख रहा था। लोग औपारिकता दिखाने नहीं, बल्कि अपनी भावना और लगाव की वजह से यहां तक पहुंचे थे। अटल की यह अंतिम यात्रा एक मिसाल बन गई जो सदियों याद रखी जाएगी।
जैसे ही यात्रा की शुरुआत हुई, लोगों की नजर पीएम मोदी और अमित शाह पर गई। दोनों अटल की इस अंतिम यात्रा में पैदल चलते देख लोगों का उत्साह और बढ़ गया। अटल जिंदाबाद के नारे से इलाका गूंज रहा था। रास्ते पर लगे बैरिकेट के बावजूद दोनों छोर पर लोग खड़े थे, उनके हाथों में गुलाब के फूल थे और जैसे जैसे यात्रा उनके करीब आ रही थी वो फूलों से इस यात्रा का स्वागत कर रहे थे। रास्ते में हर कोई अटल को याद कर रहे थे, उनके पुरानी बातें, उनके भाषण और उनके काम की चर्चा करते जा रहे थे। नोएडा से आए दिनेश ने कहा कि हम यह कैसे भूल सकते हैं कि जो किसी प्रधानमंत्री ने नहीं किया वो अटल जी ने करके दिखाया और पोखरण में परमाण बम का परीक्षण कर न केवल दुनिया को चौंका दिया बल्कि पड़ोसी पाकिस्तान को भी अपनी ताकत का एहसास करा दिया और अमेरिका को भी यह संदेश दे दिया कि देश की सुरक्षा के लिए हम कुछ भी करने के लिए तैयार हैं।
अंतिम यात्रा ज्यों ज्यों बढ़ती जा रही थी त्यों त्यों लोगों का उत्साह बढ़ता जा रहा था। बीजेपी के सभी नेता गाड़ियों पर थे, लेकिन पीएम मोदी और अमित शाह अभी भी पैदल चल रहे थे। काफिला आईटीओ, दिल्ली गेट होते हुए दरियागंज पहुंची। छत से लोगों ने नारेबाजी कर अटल को श्रद्धांजलि दी। फिर यह काफिला जामा मस्जिद इलाके होते हुए स्मृति स्थल पहुंची और अंत में उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि के साथ अंतिम संस्कार किया गया और ऐसे एक महान नेता की अंतिम विदाई का अंत हुआ।
URL: Former PM Atal Bihari Vajpayee cremated with full state honours at Smriti Sthal
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