कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बार-बार प्रधानमंत्री मोदी पर यह आरोप लगाते हैं कि उन्होंने राफेल डील के लिए सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एरोनोटिक लिमिटेड को न चुन कर रिलायंस के साथ आफसेट साइन करवाया! हालांकि यह आरोप निराधार है फ्रांस की दासो कंपनी के साथ रिलायंस का अनुबंध सोनिया की मनमोहनी सरकार के समय में ही हो चुका था! राफेल डील के मामले में हिंदुस्तान एरोनोटिक लिमिटेड एचएएल(HAL) की आड़ लेकर मोदी सरकार पर हमला करने वाली कांग्रेस तथा उसके अध्यक्ष राहुल गांधी को भी शायद ही पता हो कि एचएएल से तैयार होने वाले हथियारों का क्या हाल है?
एचएएल सरकारी कंपनी है जो 50 सालों में एक भी हेलिकॉप्टर नहीं बना पायी। काफी समय बीत जाने के बाद वायुसेना को जिन 17 हेलिकॉप्टरों की आपूर्ति की वे सभी खराब निकले जो आज भी एचएएल में पड़े हैं। इतना ही नहीं राहुल गांधी को तो यह भी नहीं पता होगा कि जो विमान एचएएल बना रही है उसकी आपूर्ति होने में कितने साल लग जाते हैं?
मुख्य बिंदु
* जो एचएएल 50 सालों में एक एएचएल हेलिकॉप्टर नहीं बना पाया वह राफेल विमान बनाने का दावा करती है
* 2015 में वायु सेना को आपूर्ति किए गए 17 हेलिकॉप्टर खामियों के कारण वापस कर दिए गए
अंशुल सक्सेना के ट्वीट के हवाले से मिले तथ्य के मुताबिक सुखोई 30 को बनाने में 3 साल की देऱी हुई, जगुआर बनाने में छह साल की देरी हुई। ये हाल उसी सरकारी कंपनी एचएएल की है जिसके कंधे पर बंदूक रखकर कांग्रेस पार्टी अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने में जुटी है। इसलिए राहुल गांधी के सुर में सुर मिलाकर फेक न्यूज फैलाने वालों को थोड़ा इस तरफ भी ध्यान देना चाहिए कि आखिर एचएएल को विमान बनाने में इतनी देरी क्यों हो रही है? अब आप ही फैसला कीजिए कि राफेल विमान का सौदा अगर एचएएल से हुआ होता तो राफेल विमान को तैयार होने में कितना वक्त लगता? क्या हमारी वायुसेना इतने दिनों तक इंतजार करने वाली थी।
HAL need Reforms. Why?
Sukhoi-30 : 3 year delay
Jaguar : 6 year delay
LCA : 5 year delay
Mirage 2000 upgrade : 2 year delay
ALH Helicopter mooted in 1969, nearly 50 years later, Not one of them is operational, as 17 supplied to Army in 2015 returned to HAL due to deficiencies.
— Anshul Saxena (@AskAnshul) October 4, 2018
अंशुल सक्सेना ने अपने ट्वीट में स्पष्ट रूप से लिखा है कि अब एचएएल को सुधार की आवश्यकता है। हालांकि सुधार की आवश्यकता तो कांग्रेस सरकार के दौरान से थी लेकिन इससे तो कोई उम्मीद भी नहीं की जा सकती, इसलिए मोदी सरकार से उम्मीद है कि अब कुछ सुधार हो। उन्होंने ट्वीट में जो आंकड़े दिए हैं उसके मुताबिक सुखोई 30 तीन साल देरी से बना, जगुआर छह साल देरी से बना, एलसीए बनने में 5 सालों की देरी हुई, मिराज 2000 का अपग्रेडेशन होने में दो साल की देरी हो गई।
ताज्जुब तो एएलएच (ALH) हेलिकॉप्टर को लेकर है। एएलएच (ALH) की शुरुआत 50 साल पहले 1969 में की गई थी, लेकिन आज तक एक भी हेलिकॉप्टर चालू नहीं हो पाया है। ध्यान रहे 50 साल के बाद भी एक भी हेलिकॉप्टर उड़ा नहीं है। एचएएल ने वायु सेना को 2015 में 17 हेलिकॉप्टर की आपूर्ति की थी, लेकिन उन सारे हेलिकॉप्टरों में कुछ न कुछ खामियों होने के कारण वापस कर दिया गया, वे अभी भी एचएएल में पड़े हैं।
URL: hal could not make even a helicopter in running condition
Keywords: Rafale Deal, Modi Government, HAL, rahul Gandhi, reliance, AHL Helicopter, राफेल डील, मोदी सरकार, एचएएल, राहुल गांधी, रिलायंस, एएलएच हेलीकाप्टर