* डसॉल्ट एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपर ने कहा कि रिलायंस डिफेंस के साथ ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट का महज 10 प्रतिशत हिस्से के लिए समझौता हुआ है
* शेष ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट के लिए डसॉल्ट एविएशन करीब 100 कंपनियों से अभी भी बातचीत कर रही है
एरिक का कहना है कि जिन सौ कंपनियों से बातचीत हुई है उनमें से करीब 30 कंपनियों के साथ डसॉल्ट की पहले से ही पार्टनरशिप है। एरिक ने कहा कि यह डील दो देशों की सरकारों के बीच हुई है। इसलिए डसॉल्ट पर रिलायंस डिफेंस के साथ समझौता करने का कोई बाहरी दबाव नहीं था। डसॉल्ट ने पूरी स्वतंत्रता और मुक्त भाव से काबिलियत के आधार पर रिलायंस डिफेंस के साथ समझौता किया है।
इस बीच फ्रांस के दौरे पर गई रक्षा मंत्री निर्मला सीतारामण ने कहा कि सरकार अपने बयान से एक इंच भी इधर -उधर होने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि राफेल डील फ्रांस और भारत सरकारों के बीच हुई डील है और इसके लिए कभी किसी के लिए कोई शर्त नहीं लगाई गई। जहां तक डसॉल्ट एविएशन का रिलायंस डिफेंस के साथ ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट की बात है तो वह उनका मामला है। भारत सरकार ने कभी किसी पर किसी प्रकार का कोई दबाव नहीं डाला है।
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