मुझे चाहिये आजादी : अंग्रेजों द्वारा 1860 में बनाई गई भारतीय दंड संहिता (IPC) से, जिसके कारण भ्रष्टाचारी, बलात्कारी, अलगाववादी, देशद्रोही, गुंडे, बदमाश और देश लूटने वाले नेता आजाद घूम रहे हैं !
मुझे चाहिये आजादी : अंग्रेजों द्वारा 1861 में बनाये गये पुलिस ऐक्ट से, जिसके कारण पुलिस आम जनता की सेवा करने की बजाय नेताओं की गुलाम बनी हुई है !
मुझे चाहिये आजादी : अंग्रेजों द्वारा 1872 में बनाये गये एविडेंस ऐक्ट से, जिसके कारण मुकदमों का फैसला होने में 15-20 साल का समय लगता है !
मुझे चाहिये आजादी : नेहरू जी द्वारा 1950 में बनाये गये पीपल रिप्रजेंटेशन ऐक्ट से, जिसके कारण भ्रष्टाचारी, बलात्कारी, अलगाववादी, देशद्रोही, गुंडे, बदमाश, लुटेरे अपनी राजनीतिक पार्टी बना लेते हैं, पार्टी पदाधिकारी बन जाते हैं और पैसे के बल पर चुनाव लड़कर प्रधान-पार्षद-विधायक-सांसद बन जाते हैं !
1857 के विद्रोह को दबाने के लिए अंग्रेजों ने 1860 में भारतीय दंड संहिता (IPC), 1861 में पुलिस एक्ट और 1872 में एविडेन्स एक्ट बनाया था और आजतक ये कानून भारत में चल रहे हैं ! जितना माल अंग्रेजो ने 200 साल में लूटा था उसका 10 गुना हमारे नेताओं ने 50 साल में ही लूट लिया लेकिन अंग्रेजों द्वारा बनाये गए कानूनों के कारण किसी भी लुटेरे नेता को न तो आजीवन कारावास की सजा हुयी और न तो फांसी !
मुझे तो अंग्रेजों द्वारा बनाये गए कानूनों से आजादी चाहिए और आपको? कृपया अपनी राय जरूर दें ! यदि आपको भी इन कानूनों से आजादी चाहिये तो लोगों को जागरूक करने के लिये इस पोस्ट को कम से कम 10 लोगों को जरूर फॉरवर्ड करें ! वन्देमातरम ! भारत माता की जय !