आखिर ICICI और विडियोकॉन के बीच 40 हजार करोड़ की हुई संदिग्ध डील को लेकर उस समय वित्त मंत्री रही पी चिदंबरम शुतुरमुर्ग क्यों बन गए हैं। सबकुछ जानते हुए उनकी चुप्पी उनपर ही कई सवाल खड़ी करती है। ये कैसे संभव है कि एक सार्वजनिक उपक्रम ओएनजीसी विडियोकॉन की मोजैंबिक परियोजना में 200 करोड़ मिलियन डॉलर यानि करीब 1326 करोड़ रुपये निवेश करने का फैसला कर ले, और उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं। ऐसे में अब जब सीबीआई जांच हो रही है तो फिर चंदा कोचर, उनके पति के साथ ही चिदंबरम से भी पूछताछ की जानी चाहिए ताकि सारा सच बाहर आ सके।
मुख्य बिंदु
* साल 2012 में ICICI ओर विडियोकॉन के बीच हुई संदिग्ध डील के समय चिदंबरम ही थे वित्त मंत्री
* विडियोकॉन के मोजैंबिक परियोजना में ओएनजीसी के करीब 1326 करोड़ रुपये लगने से चिदंबरम पर सवाल
* चंदा कोचर, केवी कामथ और पी चिदंबरम की अच्छी केमिस्ट्री कह रही है अलग कहानी
आखिर ICICI और विडियोकॉन के बीच 40 हजार करोड़ की हुई संदिग्ध डील को लेकर उस समय वित्त मंत्री रही पी चिदंबरम शुतुरमुर्ग क्यों बन गए हैं। सबकुछ जानते हुए उनकी चुप्पी उनपर ही कई सवाल खड़ी करती है। ये कैसे संभव है कि एक सार्वजनिक उपक्रम ओएनजीसी विडियोकॉन की मोजैंबिक परियोजना में 200 करोड़ मिलियन डॉलर यानि करीब 1326 करोड़ रुपये निवेश करने का फैसला कर ले, और उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं। ऐसे में अब जब सीबीआई जांच हो रही है तो फिर चंदा कोचर, उनके पति के साथ ही चिदंबरम से भी पूछताछ की जानी चाहिए ताकि सारा सच बाहर आ सके। चंदा कोचर के देवर राजीव कोचर को सीबीआई ने मुंबई में उठा लिया है।
ऋणग्रस्त विडियोकॉन को कैसे मिले 40 हजार करोड़ के ऋण
सवाल उठता है कि जब विडियोकॉन पर पहले से 3,200 करोड़ का विवादास्पद ऋण था ही तो फिर साल 2012 में 40 हजार करोड़ ऋण क्यों दिया गया? यहीं पर पी चिदंबरम की भूमिका पर सवाल उठता है। क्योंकि उस दौरान देश के वित्त मंत्री पी चिदंबरम ही थे। दरअसल विडियोकॉन को यह ऋण मोजैंबिक में तेल शोध के लिए दिया गया था। उधर सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कंपनी ओनएजीसी से विडियोकॉन के मोजैबिंक परियोजना की 10 फीसद हिस्सेदारी खरीदने को कहा गया। ओएनजीसी ने इसके लिए विडियोकॉन को करीब 1326 करोड़ रुपये दिए। इसी डील में चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की एक फर्म को 10 प्रतिशत कमीशन देने का खुलासा हुआ था। बताया गया है कि यह डील उन्ही की फर्म ने करवाई थी।
अन्य बैंकरों का नाम क्यों छिपा रहा ICICI
ऋणग्रस्त कंपनी विडियोकॉन को 40 हजार करोड़ रुपये ऋण देने के मामले में ICICI का कहना है कि 2012 में अन्य 20 बैंकों के संघ ने मिलकर ऋण देने का फैसला किया था। उसमें तो उसकी हिस्सेदारी महज 10 प्रतिशत ही थी। बांकि 90 प्रतिशत का भुगतान अन्य बैंकों ने किया था। खास बात यह है कि ICICI ने अभी तक इसका खुलासा नहीं किया है कि 90 प्रतिशत भुगतान करने वाले कौन से बैंक हैं। शायद चिदंबरम इसलिए चुप हैं कि अगर वे बोले तो फिर उनस उन बैंकों का नाम बताना पड़ेगा। क्योंकि विडियोकॉन को दिए 40 हजार करोड़ रुपये की मौजैंबिक परियोजना में ओनएजीसी की भी संलिप्तता है।
चिदंबरम की नजदीकी कैसे बनी कोचर
सामान्यतया हर विषय पर मुखर होकर बोलने या आर्टिकल लिखने वाले पी चिदंबरम ICICI और विडियोकॉन को लेकर हजारों करोड़ के घोटाले पर आखिर चुप क्यों हैं। जब इस घोटाले को अंजाम दिया गया था संयोग से वही देश के वित्तमंत्री थे। ICICI की सीईओ चंदा कोचर तथा ICICI के नॉन-एक्जक्यूटिव अध्यक्ष केवी कामथ के बीच की केमिस्ट्री काफी अच्छी है। कामथ ने 1996 से 2009 तक आईसीआईसीआई बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ के रूप में कार्य किया। इसके अलावा कामथ की पी चिदंबरम से दोस्ती जगजाहिर है। ICICI बैंक में एक समय ‘तीन देवियों’ के जलवे से सब अवगत हैं। इन तीन देवियों की टीम में चंदा कोचर के अलावा शिखा शर्म और कल्पना मोरपारिया शामिल थी। तभी केवी कामथ ने चंदा कोचर को अपने संरक्षण में काम करने का मौका दिया। कामथ के माध्यम से चंदा कोचर चिंदबरम की भी नजदीकी बनती चली गई हैं।
खास बात यह है कि इस डील को अंजाम तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने वाली उस एजेंसी का नाम भी सामने आ गया है। उस एजेंसी को इसके लिए 5 प्रतिशत कमीशन का भुगतान किया गया था। वह एजेंसी किसी और की नहीं बल्कि चंदा कोचर के देवर राजीव कोचर की है। मुंबई में सीबीआई राजीव कोचर को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। राजीव कोचर की सिंगापुर बेस्ड कंपनी Avista advisory group विडियोकॉन कंपनी के लिए पिछले छह साल से काम कर रही थी। बड़े पैमाने पर उससे जुड़ा फॉरेन करंसी के लेनदेन का मामला सामने आया है।
पति दीपक कोचर की फर्म को 10 प्रतिशत कमीशन और फिर देवर की एजेंसी को 5 प्रतिशत कमीशन ऐसे थोड़े मिल गया होगा। चिदंबरम और कोचर की नजदीकी इस घोटाले की अंदरुनी कहानी कहती है जिसका खुलासा चिदंबरम की चुप्पी तोड़ने के बाद ही होगा।
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