मथुरा जवाहर बाग कांड की सीबीआई जाँच की मांग पर हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता अश्विनी उपाध्याय ने मुख्य न्यायाधीश से कहा कि रामवृक्ष जिंदा है और इस घटना में 28 नहीं बल्कि 300 से जादा लोग मारे गये हैं! कोर्ट ने यूपी सरकार के महाधिवक्ता से पूंछा कि रामवृक्ष यादव की डेड बॉडी का DNA टेस्ट क्यों नहीं कराया गया तो महाधिवक्ता कोई जबाब नहीं दे पाये! कोर्ट ने फिर पूंछा कि रामवृक्ष की डेड बॉडी की पहचान उसके परिवार या सगे संबंधियों से क्यों नहीं कराया गया तो इसका भी सरकार के पास कोई जबाब नहीं था।
देखिये क्या कह रहे हैं रामवृक्ष यादव के वकील नीचे दिए विडियो लिंक में:
याचिकाकर्ता और भाजपा प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय का कहना है कि रामवृक्ष के मरने का कोई प्रमाण सरकार के पास नहीं है इसलिये संभव है कि भेद खुलने के डर से उसे कहीं छिपा दिया गया हो। उपाध्याय का यह भी कहना है कि रामवृक्ष तो एक मोहरा है। मथुरा कांड के असली सजिसकर्ता तो रामगोपाल यादव हैं ! 300 एकड़ में फैले जवाहर बाग की बाजार कीमत 5000 करोड़ रुपये है उस पर कब्जा करने के लिये ही रामगोपाल यादव ने साजिस रचा था। अश्विनी उपाध्याय का यह भी आरोप है कि अपने गुर्गे पंकज यादव को पंकज बाबा बनाकर शिवपाल यादव ने तुलसी यादव उर्फ़ बाबा जयगुरुदेव की 25000 करोड़ की संपत्ति पर कब्जा कर लिया है।