अभिसार शर्मा का फेक ऐलाननामा
अपने विदाई संदेश में अभिसार ने कहा,’मैं जब भी किसी मुकाम पर इतिहास के किसी लम्हे से मिलता हूं, तो खुश होकर, गले लग कर मिलता हूं। मैने कभी अपने अतीत को लेकर चेहरा नहीं मोड़ा। आपसे भी कभी मुलकात होगी तो गले लगकर मिलेंगे। मुझे खुशी ही नहीं,बल्कि गर्व है के Abp News मे मेरे पांच सालों में आप सबके साथ वक्त बहुत खुशनुमा बीता। चाहे साथी एंकर्स हों, डेस्क हो, वेब टीम हो, ड्राईवर हों, कैमरामैन हों। सीमा रेखा के इस पार यानी मार्केटिंग और सेल्स मे भी मेरे बहुत बहुत प्यारे दोस्त बने। आप सबको मिस करूंगा। मिस करूंगा अपने नन्हे साथियों को भी, ट्रेनी और इंटर्न्स को। आपकी आंखों की चमक मुझे हमेशा प्रेरणा देती रही है। कुछ नया कुछ अलग करने का जज्बा आपसे मिला है, और अब वही करने का इरादा है। देखिये, क्या होता है।’
मुख्य बिंदु
* इंडिया स्पीक्स डेली ने दो अगस्त को ही अपनी वेबसाइट में अभिसार शर्मा को निकाले जाने की खबर दे दी थी
* अब सवाल उठता है कि आखिर इतने दिनों तक क्या अभिसार शर्मा किसी तरह अपनी नौकरी बचाने में जुटा था या खोजने में
जो दुनिया को बेवकूफ और खुद को होशियार समझता है उसे यह नहीं पता होता है कि दुनिया उसे इतना कितना बेवकूफ समझती है। इसी तरह धान को गेहूं बताने वाला अभिसार शर्मा यह नहीं जानता है कि वह जो कह रहा है दुनिया उसी को नहीं मानती। इतने दिनों बाद खुद को एबीपी से अलग होने की घोषणा करने वाला अभिसार शर्मा यह नहीं जानता है कि एबीपी से उसे निकाले जाने की बात लोगों तक महीनों पहले इंडिया स्पीक्स डेली के माध्यम से पहुंच चुकी है। अब सवाल उठता है कि जिन वामी-कांगी पत्रकार ब्रिगेड ने इतने दिनों तक अभिसार शर्मा को एबीपी से छुट्टी पर भेजे जाने की फेक न्यूज चलाई क्या वे अब माफी मांगेंगे? जबकि इंडिया स्पीक्स डेली ने अपनी वेबसाइट पर दो अगस्त को ही एबीपी से अभिसार शर्मा के निकालने की खबर प्रकाशित कर दी थी। इस वेबसाइट ने निकाले जाने का पुख्ता वजह भी बता दिया था।
वामी और का़ग्रेसी पत्रकारों ने छुट्टी पर भेजने का झूठ इसलिए चलाया था कि ABP प्रशासन दबाव मेध आकर उसे नहीं निकाले लेकिन दांव फेल हो गया
गौरतलब है कि वामी और का़ग्रेसी पत्रकारों ने अभिसार शर्मा को छुट्टी पर भेजने का झूठ इसलिए फैलाया था ताकि ABP प्रशासन दबाव में आकर उसे न निकाल दे। लेकिन उसका दांव फेल ही नहीं हुआ बल्कि उलटा पड़ गया। एबीपी प्रशासन ने अभिसार शर्मा का पक्ष लेने की वजह से प्रबंध संपादक मिलिंद खांडेकर को भी निकाल बाहर कर दिया। इसके कुछ ही दिन बात वहां से चैनल के प्रमुख एंकर पुण प्रसून वाजपेयी का भी पत्ता साफ हो गया।
जिस अभिसार शर्मा को फेक न्यूज प्रसारित करने का दोषी मानते हुए करीब एक महीने पहले निकाल दिया गया हो वह आखिर एबीपी न्यूज से अलग होने का फेक ऐलाननामा अब क्यों किया है? निकाले जाने को अलग होने का नाम क्यों दे रहा है। क्या वह समझता है कि वह जो कहेगा दुनिया वही मानेगी। सच कहने का ढिंढोरा पीटने वाला अभिसार शर्मा लोगों के सामने यह स्वीकार करने की हिम्मत क्यों नहीं दिखा पा रहा है कि उसे फेक न्यूज प्रसारित करने के लिए चैनल से निकाल बाहर किया गया है। वैसे भी उस जैसे फेक पत्रकार से इतते साहस की अपेक्षा करना अपने साथ बेमानी करना होगा। जो व्यक्ति सरकारी मुलाजिम अपनी बीवी के साथ किसी ईमानदार अधिकारी को फंसाने के लिए सरकार दस्तावेज चुरा सकता है, वह शख्स सच बोलने का साहस दिखा ही नहीं सकता। अब जब उसने फेक ऐलाननामा लिख दिया है तो अब कई झूठ भी बोलेगा.. उसका झूठ सुनने या पढ़ने के लिए थोड़ा इंतजार कीजिए।
संस्कृति हत्याकांड और अभिसार का फेक न्यूज? इसी वजह से गई थी नौकरी
यही फेक न्यूज एबीपी न्यूज चैनल से अभिसार शर्मा के निकाले जाने की वजह बनी। दरअसल लखनऊ में 22 जून 2018 को हुई 17 साल की एक लड़की की हत्या कर दी गयी, जिसका नाम संस्कृति राय था। संस्कृति राय लखनऊ के पोलिटेक्निक कॉलेज में द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया स्थित फेफना के वकील उमेश राय की 17 वर्षीय पुत्री संस्कृति राय का शव एक झाड़ी में मिला था। मोदी और योगी सरकार से बेइंतहां नफरत करने वाले इस पत्रकार ने फैक्ट चेक किए बिना, इस पर फेसबुक लाइव कर दिया और यह बता डाला कि संस्कृति राय के साथ बलात्कार हुआ था। जबकि संस्कृति राय की केवल हत्या हुई थी, न कि बलात्कार। अभिसार ने योगी सरकार को घेरने के लिए जोर-शोर से संस्कृति राय के बलात्कार के झूठ को फैलाया। संस्कृति राय के परिवार ने अभिसार शर्मा के ऐसे फेक और अमानवीय कृत्य के खिलाफ कानून का सहारा लिया। संस्कृति राय के परिजन ने इस मामले में लखनऊ पुलिस में मानसिक प्रताड़ना का मामला दर्ज कराते हुए इसमें एबीपी न्यूज एंकर अभिसार शर्मा को आरोपी बनाया।
संस्कृति राय के परिवार की शिकायत पर ही लखनऊ पुलिस ने अभिसार शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किया है कि वह यह बताए कि किन तथ्यों के आधार पर उसने बलात्कार की झूठी खबर को फैलाया ? अभिसार शर्मा ने एक नहीं, बल्कि कई वीडियो बनाकर संस्कृति राय और उसके परिवार को बदनाम किया और इसके बहाने योगी सरकार और लखनऊ पुलिस को जमकर कोसा। अभिसार लगभग हर वीडियो में संस्कृति राय के बलात्कार की बात दोहराता रहा। एबीपी न्यूज से जुड़े सूत्र बताते हैं कि इस बारे में नोटिस मिलने पर जब चैनल प्रबंधक ने अभिसार से इस बारे में सबूत पेश करने को कहा तो वह सबूत पेश नहीं कर पाया और टालमटोल करने लगा।
अभिसार शर्मा को निकालने को लेकर इंडिया स्पीक्स डेली में 2 अगस्त को प्रकाशित खबर
एबीपी न्यूज से आ रही खबरों के मुताबिक एंकर अभिसार शर्मा को निकाल दिया गया है। अभिसार शर्मा पर फेक न्यूज के जरिए एक युवती और उसके परिवार को सामाजिक रूप से उत्पीडि़त करने का आरोप है। लखनउ की संस्कृति नामक बच्ची की हत्या को जबरदस्ती बलात्कार में बदलने पर आमदा अभिसार शर्मा से जब इस बारे में सबूत मांगा गया तो वह चैनल प्रबंधकों के समक्ष सबूत पेश नहीं कर पाया। सूत्रों के अनुसार, एबीपी न्यूज के प्रबंध संपादक मिलिंद खांडेकर को भी फेक न्यूज मेकर अभिसार शर्मा के पक्ष में खड़े होने का खामियाजा भुगतना पड़ा और उन्हें भी इस्तीफा देने को कह दिया गया है। अब अगला नंबर चैनल के दूसरे एंकर पुण्य प्रसून वाजपेयी का आ सकता है। उन पर भी लगातार फेक न्यूज फैलाने का आरोप है। चैनल के अंदर चर्चा है कि एंकर पुण्य प्रसून वाजपेयी से इस्तीफा लिया जा चुका है। इस संबंध में और अधिक जानकारी मिलने पर खबर अपडेट किया जाएगा। फिलहाल सारी सूचना ABP सूत्रों के आधार पर है।
अभिसार शर्मा के भ्रष्टाचार और फेक न्यूज के खिलाफ इंडिया स्पीक्स ने लगतार खबरें प्रकाशित की, जिसे आप पढ़ सकते हैं-
ABP के एंकर अभिसार शर्मा के एक-एक झूठ का खुलासा, दस्तावेज के साथ!
फेक न्यूज मामले में एबीपी एंकर अभिसार शर्मा पर कसा शिकंजा! सरकार ने भेजा नोटिस!
वाराणसी हादसे को लेकर दांत निपोरते हुए पत्रकार अभिसार शर्मा ने फैलाया फेकन्यूज!
URL: Journalist Abhisar Sharma formally quits ABP News
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