करीब 40 दिनों तक सीबीआई के एक मामले में तिहाड जेल में रहने के बाद बेल पर निकले उपेंद्र राय को प्रवर्तन निदेशालय ने सात दिन की कस्टडी में ले लिया है। राष्ट्रीय सहारा समूह के संपादक रहे तथा अवैध उगाही मामले में संलिप्त रहने के आरोपी उपेंद्र राय को जैसे ही सीबीआई से बेल मिला वैसे ही उसे अपनी कस्टडी में लेने के लिए ईडी आ धमकी। प्रवर्तन निदेशालय ने वैध रूप से उगाही, संदिग्ध आर्थिक लेनदेन तथा मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ करने के लिए उसे सात दिन की हिरासत में ले लिया है।
मुख्य बिंदु
* सीबीआई से बेल मिलते ही प्रवर्तन निदेशालय ने उपेंद्र राय को सात दिनों की हिरासत में लिया
* अवैध रूप से उगाही, संदिग्ध आर्थिक लेनदेन तथा मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ करेगी ईडी
दिल्ली मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट ने शनिवार को ही मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित अवैध रूप से उगाही करने तथा संदिग्ध आर्थिक लेनदेन के मामले में उपेंद्र राय को सात दिन की हिरासत में लेने के लिए ईडी को मंजूरी दे दी थी। इस मामले में जैसे ही उपेंद्र राय को जमानत मिली वैसे ही एक बार फिर मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत तिहाड़ जेल से निकलते ही गिरफ्तार कर लिया गया।
इससे पहले सीबीआई ने अपने खातों से काफी मात्रा में पैसों के लेनदेन करने तथा संवेदनशील हवाईअड्डा प्रवेश पास पाने के लिए गलत दस्तावेज जमा करने के आरोप में तीन मई को गिरफ्तार किया था। 2017-18 के दौरान उपेंद्र राय के खाते से एक सौ करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन होने के सबूत हैं। सीबीआई ने मुंबई के एक व्यवसायी से अवैध रूप से 15 करोड़ रुपये से भी अधिक उगाही करने के मामले में दूसरा केस भी दर्ज कर लिया है। इसके अलावा ईडी ने भी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत उपेंद्र राय के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
दिल्ली मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट धर्मेंदर सिंह ने उपेंद्र राय को रिमांड पर लेने की मंजूरी ईडी को दिया है। हालांकि ईडी ने इस मामले से संबंधित उनकी करतूतों के बारे में जवाब लेने के लिए 14 की हिरासत मांगी थी। ईडी की ओर से स्पेशन पब्लिक प्रोसेक्यूटर एन के मट्टा तथा नीतेश राणा कोर्ट में पेश हुए। उन्होंने कोर्ट से कहा कि आरोपी उपेंद्र राय पत्रकार होने के नाते सूचना होने की बात कहकर लोगों से अवैध रूप से उगाही करते थे। ईडी के वकीलों ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस तरह उन्हों करीब सौ करोड़ रुपये की उगाही की है।
इसके लिए 14 दिन की हिरासत की अपनी मांग के समर्थन में ईडी ने कहा है कि चूंकि हार्ड कॉपी के अलावा पेन ड्राइव से मिले कई दस्तावेज इकट्ठे किए गए है। इसलिए इस मामले में उनसे गहराई से पूछताछ करने की जरूरत है। चूंकि काले धन को ठिकाने लगाने के लिए राय लगातार विदेशों की यात्रा करते रहे हैं। इसलिए कई षड्यंत्रों को उजागर करने के लिए उपेंद्र राय को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जरूरत है। उपेंद्र राय का राष्ट्रीय सहारा और तहलका से संबंध रहा है। जो गलत गितविधियों में शामिल रहे हैं । इसके अलावा राय के दागी वित्त मंत्री पी चिदंबरम तथा राजीव शुक्ला से भी संबंध रहे हैं।
उपेन्द्र राय से सम्बंधित खबरों के लिए पढें:
3- उपेन्द्र राय पर CBI के बाद ED ने कसा शिकंजा, एक-एक कर पत्रकारिता का काला चेहरा आ रहा है सामने!
4- उपेंद्र राय के दो राजदार संपादक, जिन पर है सीबीआई व ईडी की नजर!
5- India Speaks Daily पर सौ करोड़ की मानहानि का दावा करने वाले उपेंद्र राय को सीबीआई ने किया गिरफ्तार!
URL: Journalist Upendra Rai picked up by ED after leaving Tihar
Keywords: उपेन्द्र राय, प्रवर्तन निदेशालय, उपेन्द्र राय संदिग्ध आर्थिक लेनदेन, मनी लोंड्रिंग, इडी, सीबीआई, upendra rai, ED, CBI, money laundering, upendra rai Suspicious financial transaction