इतिहास बदलने वाली घटना, बाजार को बाजार की भाषा में जवाब!। जिस प्रकार बुरे कर्ज के रूप डूबे में हुए पैसे बैंकों के पास आने लगे हैं, यह मोदी के उठाए कदम से ही संभव हो पाया है। उन्होंने दिवालिया हो चुकी कंपनियों को बिकवा कर बैंकों के पैसे वापस कराए हैं। मोदी के इस कदम से जहां कई बैंक बंद होने से बच गए हैं वहीं मार्केट में भी रौनक आ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वित्त मंत्री ने जिस प्रकार के सुधारात्मक कदम उठाए हैं उसी का नतीजा है कि टाटा स्टील ने दिवालिया हो चुकी भूषण स्टील कंपनी को खरीद लिया है। टाटा ने इसके लिए भूषण स्टील कंपनी के 35,200 करोड़ रुपये का बैंक कर्ज चुकाया है और तीन लोगों को भी उसके बोर्ड में नियुक्त किया है।
मुख्य बिंदु
* टाटा स्टील ने भूषण स्टील के 35.200 करोड़ रुपये का कर्ज चुका कर किया अधिग्रहण
* अब भूषण स्टील कंपनी में कर्ज देने वालों की भी होगी 12.27 प्रतिशथ हिस्सेदारी
हाल ही में वित्त मंत्रालय के प्रभार लेने वाले पीयूष गोयल ने बैंक के बकाए की वसूली के मामले को सुलझाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को बधाई दी है। उन्होंने प्रधानमंत्री के इस कदम को ऐतिहासिक बताया है। मोदी के ही इस कदम के कारण कर्ज देने वाले बैंक आज भूषण स्टील कंपनी से कर्ज की वसूली कर पाए हैं। नए नियमों के तहत वसूली और निपटारे के लिए सेंट्रल बैंक द्वारा भेजी गई दर्जन भर कंपनियों में इनसॉल्वेंसी और बैंक्रप्ट्सी प्रक्रिया में सफल होने वाली भूषण स्टील पहली कंपनी है।
यह तो महज शुरुआत है। इसके बाद तो कई और डिफॉल्टर इस प्रकार के समाधान के लिए सामने आएंगे। टाटा ने सिर्फ भुषण स्टील को खरीदा ही नहीं है, बल्कि इससे बैंकों के मूलधन कर्ज के 90 प्रतिशत तक की वसूली हो गई है। इसके बाद तो अब और कई लोग वापस बैंक जाएंगे तथा इस प्रकार की वसूली की बात करेंगे।
कई लोगों ने तो इस घटना को ऐतिहासिक बताया है। जिस प्रकार बैंकों ने दिवालिया हो चुकी भूषण स्टील कंपनी से 32,200 करोड़ की वसूली की है इसका असर दूरगामी पड़ने वाला है। यह कदम निश्चित रूप से आने वाले समय में बाजार के लिए क्रेडिट कल्चर साबित होने वाला है। टाटा और भूषण स्टील के बीच जो समझौता हुआ है उसके मुताबिक टाटा स्टील की सहयोगी कंपनी बाम्नीपाल स्टील की भूषण स्टील कंपनी में 72.65 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। वहीं 12.27 प्रतिशत हिस्सेदारी कर्ज देने वालों की होगी।और शेष हिस्सेदानी भूषण स्टील कंपनी के वर्तमान मालिक की होगी।
URL: Modi’s bank’s policy has given life to the bankers, who have bankrupt companies
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