सलमान खान की फिल्म’वांटेड’ के एडिटर दिलीप देव के निर्देशन में पहली फिल्म ‘अनवांटेड’ नाम से दर्शकों के लिए शीघ्र प्रदर्शित होने वाली है।
हिन्दी सिनेमा में प्रयोग होते रहे हैं। इन्ही प्रयोगो के मध्य फिल्म ‘अनवांटेड’ एक सामाजिक मुद्दे को लेकर दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देगी! नो एंट्री और जोधा अकबर जैसी सुपरहिट फिल्मों में संपादन कर चुके दिलीप देव की पहली फिल्म ‘अनवांटेड’सच्ची घटना पर आधारित है! एक मुर्दा जो ज़िंदा है! इसी अनूठे विषय पर आधारित है फ़िल्म ‘अनवांटेड’!
ये फ़िल्म मंगल नाम के एक ऐसे जीवित किरदार के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक दिव्यांग (ऒटिस्टिक) है। वो बाक़ी आम लोगों की तरह हर चीज़ करता है, शारीरिक रूप से फ़िट भी है और वो किसी से मोहब्बत भी करता है, मगर उसके पास अपने ही ज़िंदा रहने का कोई कानूनी दस्तावेज़ नहीं है।
इस फ़िल्म का निर्देशन किया है पहली बार निर्देशन के क्षेत्र में कदम रखने जा रहे निर्देशक दिलीप देव ने। ग़ौरतलब है कि ये फ़िल्म सत्य घटना पर प्रेरित है और ऐसे लोगों की सच्चाइयों को सामने लाने की कोशिश करती है, जिन्हें महज़ इसलिए जीते जी मृत घोषित कर दिया जाता है क्योंकि इन लोगों के पास ख़ुद को ज़िंदा साबित करने के लिए किसी तरह के कोई क़ानूनी दस्तावेज़ नहीं होता है।
और फ़िर क्या होता है जब आप जीवित होते हो, लेकिन आपको आधिकारिक रूप से मरा हुआ बता दिया जाता है? इस राज़ को जानने और समझने के लिए जल्द ही आप अपने नज़दीक़ी सिनेमाघरों का रुख़ कीजिएगा।
फ़िलहाल, आप एक विचित्र कहानी पर आधारित इस फ़िल्म के पहले आधिकारिक पोस्टर पर ग़ौर फ़रमाइए।