डॉ.आलम । केरल के स्कुलो में नर्सरी क्लास में पढ़ाया जाता है, की एक हिन्दू था जो बेहद गरीब था, वो कई मन्दिर गया लेकिन हिन्दू भगवान ने उसकी फरियाद नही सुनी! फिर वो चर्च गया तो ईसा मसीह ने उसे तुरंत अमीर बना दिया! और फिर वो ईसाई बन गया! सोचिए ये कपटी वामपंथी और ईसाई मिशनरीज इन छोटे छोटे बच्चो के मन मस्तिष्क में कितना जहर भर रहे है ?
पिछले दिनों आपने न्यूज़ पढ़ा होगा किस तरह NCRT की 12वीं कक्षा की पोल्टिकल साइंस(Political Science) की किताबें भी दंगे का धर्म हिन्दू धर्म बताती है। दंगों के नाम पर किताब में सिर्फ 2002 और 1984 के दंगे की विस्तृत चर्चा की गयी, और इस दंगे के लिए सीधे तौर मे हिन्दूओं को जिम्मेदार ठहराया गया। एक और जहाँ सिखों के खिलाफ ‘कांग्रेसी दंगे’ को सीधे तौर पर हिन्दू बताया गया, वहीं 2002 दंगे की मूल वजह “गोधरा कांड” को Accidental आग लग जाने से सैकड़ों कारसेवकों का मरना बताया गया। सोचिए कितनी सुनोयोजित कपट से हिन्दू बच्चों के मन में अपने ही हिन्दू धर्म और हिन्दू भाइयों के प्रति नफरत भरी जा रही है।
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माना भारतीय जनता पार्टी को राज्यसभा में बहुमत नहीं है, इसलिए वे राम मन्दिर नहीं बना सकते, धारा 370 नहीं हटा सकते, समान नागरिक संहिता नहीं ला सकते पर नीच कपटी वामपंथियों के द्वारा बनाया गया झूठा इतिहास तो बदल ही सकते हैं। नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले ढाई साल से इन मुद्दों पर संज्ञान क्यों नहीं लिया? मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर साहब आखिर क्या कर रहे हैं ? बच्चों के कोमल-निश्च्छल मन मे हिन्दुओं के प्रति दुर्भावना भरने का यह खेल आखिर कब तक चलता रहेगा?
साभार: डॉ.आलम
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