कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष और यूपीए गठबंधन की वर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी पर कई आरोप लगे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने तो सोनिया के खिलाफ फर्जी डिग्री से लेकर भारत की मूल्यवान एंटिक चुराकर इटली की अपनी दुकानों में बेचने तक का आरोप लगाया है। आरोप है कि इस मामले में सीबीआई ने तो साल 1993 भारतीय एंटिक चुराने वालों का पता लगाने के लिए FIR तक दर्ज कर लिया था। लेकिन उस समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी और मध्यप्रदेश में भी। सोनिया गांधी के विश्वस्त माने जाने वाले अर्जुन सिंह तब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे।
अर्जुन सिंह की मदद से यूपीए सरकार पर दबाव डालकर उस FIR में सोनिया गांधी का नाम नहीं डाला गया। आरोप है कि इस संकट से बचने के लिए सोनिया गांधी ने सिर्फ अर्जुन सिंह का ही नहीं बल्कि कला विशेषज्ञ मारतंड सिंह, पाकिस्तानी दंपत्ति मुनीर और फरिदा अत्ताउल्लाह, लंदन में रहने वाले पाकिस्तानी मूल के ISI एजेंट सलमान तासीर के अलावा लिट्टे की भी मदद ली थी!
आरोप है कि सोनिया गांधी भारत की पुरानी मूर्तियों की चोरी में संलग्न थी। हमारे देश में 1972 से ही पुरानी मूर्तियों, और म्यूजियम में रखी चीजों को बाहर के देशों में ले जाने तथा उसकी खरीद बिक्री प्रतिबंधित है। अगर एफआईर में सोनिया गांधी का नाम आ जातो तो फिर इस कानून के तहत उन्हें जेल जाना पड़ता।
मुख्य बिंदु
* 1993 में सीबीआई ने भारत के विभिन्न हिस्सों से चोरी हो रही मूर्तियों को पता लगाने के लिए दर्ज की थी एफआईआर
* एफआईआर में नाम शामिल नहीं होने के लिए सोनिया गांधी ने अर्जुन सिंह समेत कई लोगों की ली थी मदद
* भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया गांधी की सारी शैक्षणिक डिग्री को बताया फर्जी
सोनिया गांधी पर एक ही आरोप नहीं हैं उन पर बोफोर्स मामले में संलिप्त क्वात्रोची को भी बचाने का आरोप है। सीबीआई ने उसे छह फरवरी 2007 को गिरफ्तार किया था लेकिन उसकी गिरफ्तारी की खबर 23 फरवरी 2007 को बाहर आई। कहा तो यहां तक जाता है कि क्वत्रोची को भारत से भगाने में सोनिया गांधी ने ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। क्योंकि उस समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। इसलिए सीबीआई की मदद से क्वात्रोची को भारत से बाहर भगा दिया गया। आरोप है कि अगर क्वात्रोची से निष्पक्षता से पूछताछ की होती तो फिर राजीव गांधी की हत्या में शामिल लिट्टे के राज से भी पर्दा उठ जाता!
सुब्रह्मण्यम स्वामी के वायरल वीडियो में स्पष्ट कहा गया है कि सोनिया गांधी की बहन अनुष्का, जिसका असली नाम अलेजेंद्रिया है, ने इटली में दो दुकानें खोल रखी है। इन दुकानों में भारत से चुराए गए मूल्यवान एंटिक्स यानि पुरानी मूर्तियां बेची जाती हैं। उनकी एक दुकान का नाम एथनिका है जिसका मतलब रिवोल्टा होता है और दूसरी दुकान, जो उनकी मां के गृहशहर ऑरबासानो में है, का नाम गणपति रखा है।
कहा तो यहां तक जाता है कि साल 2002 में समता पार्टी के एक सदस्य इटली की उन दुकानों से खरीदी एंटिक्स मूर्तियों को संसद भवन में भी ले आए थे। काफी हंगामा भी हुआ था लेकिन मामला दबा दिया गया। सवाल तो अभी भी कायम है कि सोनिया गांधी की बहन की दुकानों पर भारत के विभिन्न हिस्सों से चुराई गई मूल्यवान मूर्तियां पहुंचती कैसे है? इसकी जांच अवश्य होनी चाहिए।
स्वामी ने तो सोनिया गांधी पर एक और गंभीर आरोप लगाया है। सोनिया गांधी ने अपने एक हलफनामें में दावा किया है कि वह फाइन आर्ट्स में पीएचडी हैं। जबकि सुब्रमन्यम स्वामी ने कहा है कि वह महज पांचवी क्लास तक पढ़ी है और उसकी सारी डिग्री फर्जी है। स्वामी ने दावा किया है कि वे ये साबित कर सकते हैं कि सोनिया की सारी डिग्री फर्जी है।
इतना ही नहीं, सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अपने वीडियो में यह भी दावा किया है कि इटली की दोनों दुकानों पर बेची जा रही भारत की एंटिक मूर्तियों की तस्वीरे भी उनके पास हैं, जो वक्त आने पर वह कोर्ट में जमा करा देंगे।
नोट: यह स्टोरी oneindia और subramanian swamy के भाषण के वायरल वीडियो के अलावा अन्य स्रोतों पर आधारित है। India Speaks Daily सुब्रमण्यम स्वामी के इस वायरल वीडियो का न तो समर्थन करता है ना ही अन्य किसी स्रोतो द्वारा लगाए आरोपों की पुष्टि करता है।
URL: Sonia Gandhi’s sister in Italy sells antiques stolen from India, claims swamy
Keywords: subramanian swamy, bjp, sonia gandhi, fir against sonia gandhi, sonia gandhi conspiracy, arjun singh helped sonia gandhi, antiques stolen from India, congress, italy, india, sonia gandhi sister, antique shop,