निश्चिन्त होना हो तो अपना सर्वस्व परमात्मा को सौंप दो!
अगर तुम निश्चिंत होना चाहो,तो छोटा-सा काम है बस; जरा-सी तरकीब है;जरा-सी…
‘जहां कहीं भी तुम्हारा अवधान उतरे, उसी बिंदु पर, अनुभव।’
झेन संत बोकोजू ने कहा है, मैं यही एक ध्यान जानता हूं।…
जीवन का सत्य अज्ञात है, उसे शब्दों और शास्त्रों को पढ़ कर जाना नहीं जा सकता – OSHO
मैंने सुना है, एक संध्या एक व्यक्ति, एक अजनबी गांव में एक…
भारत एक सनातन यात्रा है, एक अमृत पथ है, जो अनंत से अनंत तक फैला हुआ है। इसलिए हमने कभी भारत का इतिहास नहीं लिखा: ओशो
Osho. पृथ्वी के इस भूभाग में मनुष्य की चेतना की पहली किरण…