महिलाओं से जुड़े अधिकार और हर छोटी-बड़ी जानकारी को सरल भाषा में उन तक पहुंचाए बिना महिला सशक्तिकरण के लक्ष्य को हासिल नहीं किया जा सकता है। वुमन लीगल सर्विस भारत और तस्मानिया ने मिलकर ऐसा ही एक प्रयास girlsgottaknow.in के रूप में किया है। यहां महिलाएं सरल अंग्रेजी में आपसी संबंध की जटिलताओं से लेकर वित्तीय और कामकाजी जीवन में आने वाली मुश्किलों से संबंधित कानूनों को पढ़ और समझ सकती हैं। कानून की छोटी-छोटी बारीकियों को यहां बेहद सरल और खूबसूरत तरीके से समझाया गया है, जिसे समझ कर किशोरियां और महिलाएं अपने जीवन की जटिलताओं को कम कर सकती हैं!
Girlsgottaknow India (GGKI) परियोजना की प्रबंधक तालिश रे बताती हैं, तस्मानिया विश्वविद्यालय और आस्ट्रेलिया इंडिया के सहयोग से शुरू इस परियोजना का मकसद महानगरों से लेकर छोटे शहरों-कस्बों तक की युवा लड़कियों, गृहणियों और महिलाओं को उनके मतलब से जुड़ी हरेक जानकारी संक्षिप्त रूप से पहुंचाना है। महिलाओं को हिचक, बंधन और शर्म की वजह से बहुत सारी परेशानियों से जूझना पड़ता है। बचपन से ही उनकी परवरिश और समाजीकरण कुछ इस तरह से किया जाता है कि वह खुद से जुड़ी उपयुक्त व सारगर्भित जानकारी भी सही तरीके से हासिल नहीं कर पाती हैं।
Girlsgottaknow India (GGKI) परियोजना न केवल वेब के जरिए, बल्कि स्कूलों और कॉलेजों के जरिए भी महिलाओं तक पहुंच कर उन्हें ज्ञान के जरिए सशक्त बनाने का प्रयास है। 21 वीं सदी में भी घरेलू हिंसा, महिला उत्पीड़न और महिला शोषण की अधिकांश वारदात केवल इसलिए हो रही हैं, क्योंकि महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में सही तरीके से जागरूक और शिक्षित नहीं किया गया है। उन्हें इसके बारे में बताने वाला उपयुक्त गाइड इस समाज ने तैयार नहीं किया है।
तालिश रे के मुताबिक हमारा प्रयास है कि महिलाएं न केवल साक्षर कहलाएं, बल्कि सही मायने में वह शिक्षित बने और अपने आसपास के समाज को बदलने का वाहक बनें। पहले चरण में 14 शहरों के स्कूलों व कॉलेजों को इस परियोजना में शामिल किया जाएगा।
तालिश रे के अनुसार, इस सेब में महिलाएं अपने जीवन, नौकरी, संबंध, कानून, शिक्षा, अन्य शहरों में किराएदार के रूप में रहने, किसी भी पार्टी के अंदर के व्यवहार को समझने आदि से जुड़े प्रश्नों को पूछ भी सकती हैं, जिसका जवाब हमारे विशेषज्ञ उन्हें मेल के जरिए उपलब्ध कराएंगें। दरअसल शिक्षित महिलाएं न केवल अपना, बल्कि आने वाली पीढि़यों के भविष्य को बदलने की ताकत रखती हैं। इसकी ही आवश्यकता समाज में है। Girlsgottaknow India (GGKI) परियोजना इस आवश्यकता को ही पूरा करने का प्रयास मात्र है। 2 दिसंबर को गोवा से इस परियोजना की औपचारिक शुरुआत की जाएगी।