करीब साढ़े ग्यारह हजार करोड़ रुपये के बैंक घोटाले के आरोप में देश से भागे नीरव मोदी के मामले में मीडिया के एक वर्ग ने शुरू में उसका संबंध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जोड़ने का प्रयास किया। लेकिन अब जब उसके आका यानि कांग्रेस के साथ उसके साठगांठ के भेद खुल चुके हैं तो अब उसे बचाने के खेल में जुट गया है। मीडिया का वही वर्ग अब कांग्रेस के इशारे पर केंद्र सरकार पर उसे फंसाने का आरोप लगाने की पृष्ठभूमि तैयार करने में जुट गया है। लूटियंस जोन के पत्रकारों ने मुबंई के सिंधिया हाउस स्थिति आयकर दफ्तर में लगी आग में नीरव मोदी के घोटालों से संबंधित सारे दस्तावेज जलने की झूठी खबर प्रचारित करने की ताकि आने वाले समय में सरकार पर यह आरोप लगाया जा सके कि सरकार नीरव मोदी को फंसा रही है।
मुख्य बिंदु
*मोदी सरकार को घेरने के लिए आग में घोटाले के सारे दस्तावेज जलने की झूठी खबर फैला रही है मीडिया
*आयकर विभाग ने बताया कि नीरव मोदी एवं मेहुल चौकसी से संबधित सारे दस्तावेज सुरक्षित हैं
इस मामले में आयकर विभाग ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि नीरव मोदी और मेहुल चौकसी केस के मामले की चल रही जांच से संबंधित सारे दस्तावेज पहले ही दूसरे बिल्डिंग स्थित आंकलन इकाई को स्थानांतरित कर दिए गए हैं। ताकि जांच के संदर्भ में इसका आंकलन किया जा सके। सींधिया हाउस स्थित आईटी दफ्तर में दस्तावेजों के गुम होने या फिर आग लगने की सूरत में नुकसान होने या क्षति होने की आशंका को देखते हुए पहले ही जरूरी दस्वावेजों को दूसरे बिल्डिंग में रखवा दिया गया था।
News reports appearing in some sections of media alleging that records/documents relating to investigation of Nirav Modi/Mehul Choksi have been destroyed in the Scindia House fire in ITOffice,Mumbai are completely false & misdirected @PMOIndia @FinMinIndia @arunjaitley @adhia03
— Income Tax India (@IncomeTaxIndia) June 3, 2018
आग कब और क्यों लगी की बजाय कांग्रेस के इशारे पर लूटियंस पत्रकार नीरव और मेहुल से संबंधित दस्तावेज नष्ट होने की खबरें चला रहे हैं ताकि केंद्र सरकार पर अंगुली उठ सके! क्योंकि इस मामले में अब यह खुलासा हो चुका है कि नीरव मोदी ने सारा लोन यूपीए सरकार के दौरान लिया थे। इसमें कांग्रेस की संलिप्तता भी सामने आने लगी है। तभी तो आयकर विभाग को यह ट्वीट करना पड़ा कि मीडिया का एक वर्ग जो सींधिया हाउस में लगी आग में नीरव मोदी और मेहुल चौकसी की जांच मामले से जुड़े दस्तावेज नष्ट होने की खबर चला रहे हैं वे बिल्कुल फर्जी और निराधार हैं। उसने अपने इस ट्वीट में पीएमओ इंडिया, वित्त मंत्रालय, अरुण जेटली तथा वित्त सचिव डॉ हंसमुख अधिया को भी टैग किया है।
It is clarified that records/documents of ongoing investigation of Nirav Modi/ Mehul Choksi case had already been transferred to assessment units housed in other buildings as part of assessment process. Apprehensions of loss/damage to records(Scindia House,ITOffice fire)misplaced
— Income Tax India (@IncomeTaxIndia) June 3, 2018
URL: To save Nirav Modi and Mehul Choksi media is supplying Fake News
Keywords: nirav modi, mehul choksi, sindhiya house income tax office, lutyen’s media, Lutyens’s Journalism, fake news maker, fake news, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, आयकर ऑफिस सिधिया भवन, लुटियन पत्रकार, फेक न्यूज़