वैसे तो सीबीआई में विशेष निदेशक बनाए जाने के पहले से ही राकेश अस्थाना जांच के घेरे में हैं, लेकिन जिस प्रकार उनकी नियुक्ति के बाद से सीबीआई की शाख पर बट्टा लगना शुरू हुआ है उससे किसी बड़े षड्यंत्र की आशंका थी। अस्थाना के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने की खबर बाहर आते ही उनके समर्थन में पाकिस्तान से लेकर पोर्न स्टारों के ट्वीट का अंबार लग गया। अस्थाना के सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल, देश के सबसे बड़ी मीट कारोबारी मोईन कुरैशी तथा आईएसआई एजेंट दानिश शाह के साथ गहरे संबंध रहे हैं, इससे इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि अस्थाना के समर्थन में लोगों को जुटाने में इनका हाथ न हो। वैसे भी मीडिया में फेक न्यूज प्रचारित करने पत्रकारों को संरक्षण देने और इस प्रकार के खेल करने में अहमद पटेल को माहिर माना जाता है। वहीं मोईन कुरैशी पैसे के बल पर किसी की छवि संवारने और बिगाड़ने का खेल खूब करते हैं। वे इसी काम के लिए एलुमिनी पार्टी भी आयोजित करते रहते हैं। आईएसआई एजेंट होने की वजह से दानिश का तो यही काम है। ऐसे में हो सकता हो कि अस्थाना की बिगड़ी छवि संवारने के लिए इन्हीं लोगों ने फंडिंग की हो। अस्थाना के नाम से आए ट्वीट पर गौर करें तो पाकिस्तान तथा पोर्न इंडस्ट्रीज में संलिप्त लोगों के ट्वीट से लेकर बड़े-बड़े सेलेब्रिटीज के फेक एकाउंट के ट्वीट हैं। आखिर सवाल उठता है कि रातों रात अस्थाना के समर्थन में ट्वीटों का सैलाब क्यों?
महज दो दिनों में एक प्रशासनिक अधिकारी (अस्थाना) के नाम से हैसटैग चलाकर 481 ट्विटर हैंडल से 1982 ट्वीट किया जाना अचंभित करने वाला तो है, लेकिन उससे भी अचंभित करने वाली बात जो सामने आई है वह है अस्थाना के समर्थन में पाकिस्तान तथा पोर्न इंडस्ट्रीज से ट्वीट आना। इससे भी ताज्जुब की बात है कि उनके समर्थन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संघ, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बेटी मरियम खान, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा तथा स्वेता सिंह जैसे सेलेब्रेटिज के फेक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया गया है।
इससे स्पष्ट हो जाता है कि देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई के एक शीर्ष अधिकारी राकेश अस्थाना को देश के दुश्मन किस मकसद से इतना समर्थन कर रहे हैं? खास बात है जितने ट्वीट किए गए हैं उनमें भाषा और कंटेट एक जैसे हैं। जैसे सौरभ नाम के एक ट्वीटर हैंडल से लिखा गया है कि देश विरोधी तत्व सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना जैसे ईमानदार अधिकारी को खत्म करने के प्रयास कर रहे हैं। सौरभ ही क्यों ज्योतिका, अभिषेक आदि के ट्वीट के तो हर शब्द मिलते हैं। इतना ही नहीं इन लोगों ने हिंदू राष्ट्र पर लगे आलेख को ट्वीट किया है, जिसमें लिखा है कि सीबीआई- एफआईआर ट्रू स्टोरी, इससे भी स्पष्ट होता है कि किसी गैंग के माध्यम से अस्थाना के समर्थन में यह अभियान चलाया गया हो।
इस अभियान का तार पाकिस्तान से जुड़ा है। अली काली मिरजा, डिजिटल सलमान, सोहेब पाकिस्तान का रहने वाला है लेकिन सबसे ज्यादा ट्वीट इसी लोगों के एकाउंट से आया है। इसके गैंग में अनुज प्रजापति नाम के लड़के का नाम जुड़ा है। ये चारों आपस में एक दूसरे को फॉलो करते हैं। जिस प्रकार ये लोग ट्वीट का प्रसार करते हैं इससे साफ है कि ये प्रोफेशनल गैंगबाज हैं। इससे यह भी साफ होता है कि इस काम के लिए अस्थाना ने ठेका दिया हो। क्योंकि अस्थाना अपने प्रचार के लिए इस प्रकार का अनैतिक काम पहले भी कर चुके हैं।
अस्थाना पहले भी अपने प्रचार के लिए एक ऐसा वीडियो बनवा चुके हैं जिसमें उन्हें स्वामी विवेकानंद, सुभाष चंद्र बोस तथा सरदार बल्लभ भाई पटेल के रूप में प्रायोजित किया गया है। इतना ही नहीं मुसलमानों समर्थक होने का टैग हटाने के लिए उन्होंने पहले ही अपना जुगार भी फिट कर लिया। आरोप है कि रातोंरात उन्होंने हिंदुस्तान राष्ट्र डॉट कॉम (hindustanrashtra10.com) नाम की एक वेबसाइट खरीद ली। ताकि लोगों में यह संदेश भेजा जा सके कि वे कितने बड़े हिंदू राष्ट्र भक्त हैं। जिंदगी भर यारी निभाई मुसलमानों से लेकिन वक्त आया तो हिंदू समर्थक बनने में भी देरी नहीं लगाई।
जिस प्रकार पाकिस्तानी गैंग से लेकर सेलेब्रेटिज के फेक एकाउंट तथा पोर्न इंडस्ट्रीज से अस्थाना के समर्थन में ट्वीट आए हैं इससे तो यह साबित हो गया है कि यह एक सांगठनिक प्रयास है न कि सहज समर्थन। सांगठनिक प्रयास वही कर सकता है जो इसका खिलाड़ी रहा हो। इसमें कोई दो राय नहीं कि इस खेल में अहमद पटेल और मोईन खान से लेकर दानिश शाह तक मंजे हुए खिलाड़ी रहे हैं। वैसे भी इन तीनों को बचाने का राकेश अस्थाना पर कई बार आरोप लग चुके हैं। इन तीनो को बचाने को लेकर कई मामले की जांच भी चल रही है। इन्हीं लोगों के कारण राकेश अस्थाना की शाख से लेकर नौकरी तक पर बन आई है, ऐेसे में ये लोग उन्हें बचाने के लिए इतना भी नहीं करेंगे तो और क्या करेंगे, वैसे भी अस्थाना की नौकरी से लेकर शाख तक बचना इन्हीं लोगो के हित में हैं।
URL: Twitter campaign running from Pakistan in favour of Rakesh Asthana, Ahmad Patel, Moin Quraishi and ISI agent Danish Shah in the circle of doubt
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