कांग्रेस और यूपीए की बेताज महारानी सोनिया गांधी ने जब से भारतीय राजनीति में कदम रखा है तब से उनकी भूमिका किसी परीकथा जैसी रहस्यमय रही है। इसमें कोई दो राय नहीं कि उनके ही नेतृत्व में कांग्रेस लगातार दो बार सत्ता में आई है। लेकिन उनकी जीत भी रहस्यमय ही रही है। चाहे उनकी शिक्षा हो या इटली और भारत की दोहरी नागरिकाता का सवाल हो, अभी तक सब कुछ रहस्य ही बना है। देश के प्रधानमंत्री बनने की चाहत हो या मौका मिलने पर प्रधानमंत्री नहीं बनना हो, अपरोक्ष रूप से डॉ.मनमोहन सिंह सरकार का पूरा नियंत्रण रखना हो या अपने बुड़बक बेटे को पार्टी का अध्यक्ष बनाना हो, या फिर मां-बेटे की गुपचुप विदेश यात्रा हो या फिर सोनिया गांधी की गुप्त बीमारी हो; सब कुछ रहस्यमयी है! हाल ही में उनकी बीमारी से लेकर इलाज तक सबकुछ रहस्य बना है। सोनिया गांधी की तरह ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी कम रहस्यमय नहीं हैं। वे कहां जाते हैं, कहां ठहरते हैं, किसका लिखा भाषण पढ़ते हैं, किसकी लिखी हिंदी ट्वीट करते हैं कब देश में आते हैं कब जाते हैं; सब कुछ रहस्य है! अब तो मां-बेटे द्वारा सुरक्षा को लेकर अपनाया गया नजरिया भी संदेह के घेरे में है!
मुख्य बिंदु
* अपनी विदेश यात्रा में सोनिया-राहुल बार-बार छोड़ रहे हैं सुरक्षा! आखिर क्या छुपाने की कोशिश कर रहे हैं दोनों?
* दोनों मां-बेटे सरकार की ओर से मिली जेड प्लस सुरक्षा देश में रहने के दौरान भी क्यों नहीं छोड़ देते?
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गाधी और कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष राहुल गांधी जब तक देश में रहते हैं तब तक उन दोनों को पूरी टाइट सुरक्षा चाहिए। सरकार ने जेड प्लस की सुरक्षा दे रखी है, लेकिन मंशा तो उससे आगे की सुरक्षा मिलने की रहती होगी। लेकिन जैसे ही दोनों मां-बेटे विदेश जाने को होते हैं उन्हें सुरक्षा की जरूरत नहीं पड़ती है। दोनों अपनी सुरक्षा लेने से इनकार कर देते हैं। आखिर ये ऐसा क्यों कर रहे हैं?
Hard to understand why Rahul & Sonia Gandhi refuse security cover when going abroad but accept Z Plus security when in India. Why such mystery around foreign trips? Else give up Z Plus security within India also.
— MadhuPurnima Kishwar (@madhukishwar) June 17, 2018
इस मामले में वरिष्ठ पत्रकार मधु पूर्णिमा किश्वर ने अपने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर के माध्य से सवाल उठाया है? अपने ट्वीट के माध्यम से कहा है कि यह समझना काफी मुश्किल हो रहा है कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी जब देश में रहते हैं तब उन्हें जेड प्लस की सुरक्षा चाहिए होती है, लेकिन जैसे ही वे दोनों विदेश जाते हैं उन्हें किसी प्रकार की सुरक्षा की जरूरत नहीं होती,क्यों? विदेश जाने के समय दोनों ही रहस्यमयी तरीके से सुरक्षा लेने से इनकार कर देते हैं। उन्होंने सवाल किया है कि विदेश जाने पर उन्हें सुरक्षा की जरूरत नहीं है तो फिर देश में भी अपनी जेड प्लस सुरक्षा सरकार को वापस कर दें?
दरअसल संदेह इसलिए पैदा होता है कि विदेश में सोनिया और राहुल दोनों संदिग्ध और गुपचुप यात्रा करते हैं। सोनिया की गुप्त बीमारी और उसका गुप्त इलाज भी कहां चल रहा है, देश की जनता को कुछ पता नहीं है। दोनों विदेशी नागरिका को लेकर भी संदेह के घेरे में रहे हैं। आरोप यह भी लगा कि राहुल गांधी का विदेशी नाम से ब्रिटेन में बैंक खाता भी है। ऐसे में जब दोनों सुरक्षा छोड़ रहे हैं तो जाहिर है कि दोनों मां-बेटे देश की जनता और देश की सरकार से सबकुछ छुपा कर रखना चाहते हैं।
यदि ब्लैककेट सुरक्षा उनके साथ रहेगी तो सरकार को उनकी सारी गतिविधियों का पता चलता रहेगा, और शायद यही सोनिया-राहुल नहीं चाहते हैं। वह अपना विदेश प्रवास गुप्त रखना चाहते हैं। तभी तो कभी वह ब्रिटेन में देखे जाते हैं, कभी अमेरिका में, कभी इटली में तो कभी जर्मनी में? ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर वह कौन-सा राज है जिसे गांधी परिवार की महारानी और युवराज देश से छुपाने के लिए इतने जतन करते रहते हैं? जब तक मां-बेटे खुद ही सार्वजनिक रूप से इस रहस्य से पर्दा नहीं उठाते कि क्यों उन्हें विदेश में सुरक्षा नहीं चाहिए, तब तक देश की जनता के मन से संदेह दूर नहीं होगा! सार्वजनिक जीवन में कुछ निजी नहीं होता! सोनिया और राहुल आपको अपना सारा रहस्य अपने मतदाताओं से शेयर करने से डरना नहीं चाहिए!
URL: what is the secret of Sonia and Rahul not to take security when going abroad?
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