भारत में अखलाख की मौत के बाद अवार्ड वापसी गैंग और तथाकथित बुद्धिजीविओं का समूह पूरे देश को असहिष्णु घोषित करने के लिए हमलावर थे. बॉलीवुड में आमिर खान और शाहरुख खान जैसे अभिनेता भी ब्रांड इंडिया को चोट पहुंच रहे थे भारत और यहाँ के सहिष्णु लोगों ने इन्हें आँखों में बैठा रखा है इसके बावजूद इन्होंने भारत के लोगों की भावनाओं को चोट पहुँचाया है. आज जब शाहरुख़ खान को अमेरिका के हवाई अड्डे पर संदिग्ध समझते हुए रोक दिया है तो हमें लगता है कि अब उन्हें और उन जैसे लोगों को सहिष्णुता और असहिष्णुता के बीच का मूल अंतर पता चल गया होगा.
सोशल मीडिया पर चल रही कुछ सूचनाओं के मुताबिक अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसी ने भारत में किंग खान कहे जाने वाले शाहरुख़ खान का नाम हवाला कारोबारियों की सूची में डाल रखा है. अब इसके पीछे कितनी सच्चाई है यह तो शाहरुख खान ही बेहतर बता सकते हैं?
तो श्री शाहरुख़ खान महोदय अब आपको पता चला असहिष्णुता क्या होती है ? पिछले कुछ सालों में शायद यह तीसरी बार है जब अमेरिकी अधिकारियों ने आपको रोका है. कुछ दिन पहले आपने रजत शर्मा के प्रोग्राम ‘आपकी अदालत’ में कहा था कि अमेरिका के आव्रजन सूची में कोई शाहरुख नाम का संदिग्ध व्यक्ति भी है जिसके कारण आपको रोका गया . लेकिन हर बार कोई वही गलती कोई कैसे दोहरा सकता है?
हम भारतीयों का तो यही मानना है कि आमिर और शाहरुख जैसे फ़िल्मी सितारों, अवार्ड वापसी बुद्धजीवियों और एंटी इंडियन पत्रकारों को यह समझ में आ गया होगा कि भारत, अमेरिका एवम अन्य देशों के मुकाबले कितना सहिष्णु हैं. भारत में कट्टरपंथी जिहादियों द्वारा पूरे देश को असहिष्णु साबित करने के पक्ष में लगे लोगों को तस्लीमा नसरीन द्वारा किये गए ट्वीट को जरूर पढना चाहिए. शाहरुख को पकडे जाने के बाद तस्लीमा ने ट्वीट किया- ‘आप को(शाहरुख़ खान) अमेरिकी एयरपोर्ट पर रोका गया तो क्या हुआ? बहुत सारे मुसलमानों को अमेरिकी एयरपोर्ट पर हर रोज रोका जाता है, आप भारत में स्टार हैं, अमेरिका में नहीं.