50 वर्षीय ज़ाकिर नाइक मुंबई में स्थित इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन का संस्थापक है और पीस नाम से एक विवादास्पद चैनल भी चलाते हैं! अपने विवादस्पद भाषणों से विख्यात ज़ाकिर नाइक को आधुनिक इस्लाम का विचारक मानते हैं. दुनिया भर में एक करोड से ज्यादा लोग ज़ाकिर नाइक को फॉलो कर रहे हैं लेकिन इन सब से हट कर जो बात है वह यह की कुछ देशो में जाकिर नायक के प्रवेश पर पाबंदी है वहीँ एनडीटीवी और शेखर गुप्ता जैसे पत्रकार इनके पेरोकार बने बैठे हैं तथा उन्हें उदार मुस्लिम विचारक के रूप में प्रस्तुत करते आये हैं.
कुछ साल पहले एक साक्षात्कार के दौरन ज़ाकिर नायक को ‘रॉक स्टार’ का तमगा देने वाले शेखर गुप्ता और एनडीटीवी चैनल आज चुप क्यों है ? जब बांग्लादेश में इसी उदारवादी मुस्लिम विचारक से प्रभावित कुछ लोगों ने बेक़सूर लोगों के गले रेत दिए, क्यों नहीं अपने इस रॉकस्टार के खिलाफ कुछ बोलते? अपने उकसाऊ भाषणों से कई बार विवाद में रहने वाले ज़ाकिर नायक आज भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसीज के निशाने पर है लेकिन शेखर गुप्ता और एनडीटीवी मुंह में दही जमाए बैठे हैं!
“जेहाद” को ‘जद्दोजहद’के समान मानने वाले नायक से शेखर गुप्ता ने क्यों नहीं पूछा की जद्दोजहद और जेहाद में समरूपता कैसे हो सकती है ? जद्दोजहद किसी का गला काटने के लिए नहीं होती, जद्दोजेहद जिंदगी को सवारने के लिए होती है,अपनी और दूसरों की भी ! गैर इस्लामी और पश्चिमी देशों के खिलाफ इनको जहर उगलते कई बार देखा गया है लेकिन हमारी तथाकथित सेकुलर मीडिया तो जैसे आँखों पर खीरे रख कर बैठी है और देश और समाज के लिए घातक व्यक्ति को एक हीरो के रूप में प्रस्तुत कर रही है. नीचे दिए गए लिंक में देखिए कैसे, शेखर गुप्ता जाकिर नायक को अपने एक कार्यक्रम के दौरान प्रस्तुत कर रहे है.
बांग्लादेश सरकार ने भारतीय सरकार से ज़ाकिर नाइक मामले पर हस्तक्षेप माँगा है. NIA ने इसकी जाँच भी शुरू कर दी है जाकिर को मिल रही आर्थिक मदद और किसी भी आतंकवादी संगठनो से ज़ाकिर के सम्बन्धो की भी जाँच चल रही है यदि कोई भी सबूत या संदेह की पुष्टि होती है तो एक बार फिर बिकाऊ मीडिया की काली तस्वीर सामने आ जाएगी. फिर देखेंगे? एक बार और स्क्रीन काली होती है अथवा नहीं .