विश्व – शांति की थोथी – बातें , घर में शांति नहीं लाते ;
घर भी , टूटा देश भी टूटा , उन्हें जोड़ने न जाते ।
केरल से कश्मीर जल रहा , मणिपुर – बंगाल जल रहा ;
गुंडागर्दी बेलगाम है , गुजराती तक नहीं बच रहा ।
गैंग – रेप गुंडे करते हैं और वीडियो बनते हैं ;
जान-माल की धमकी देकर , धर्मांतरण कराते हैं ।
फिल्म बनी “केरल-स्टोरी”, इसको भी एक प्रतिशत जानो ;
फिर भी अच्छी शुरुआत हुई है,एकदम सच्ची घटना मानो ।
और बने अब ऐसी फिल्में , जागरूकता आने दो ;
कलई खुले अब्बासी-हिंदू की , ये माहौल बन जाने दो ।
अक्ल के अंधे हिंदू देखें , क्या होता इस देश में ?
पूरे देश में आग लगी है , वे आंखें मूंदे गणवेश में ।
फैशन-परेड में व्यस्त है नेता , बार-बार कपड़े बदले ;
नेता-अफसर सभी मस्त हैं , सब के सब स्वार्थी निकले ।
कानूनन ये सब नौकर हैं , पर असल में मालिक बन बैठे ;
लोकतंत्र में मालिक जनता , जो अपना हक बिसरा बैठे ।
जनता में भी हिंदू जनता , जो जगह-जगह पिटती रहती ;
पूरे देश का बोझा ढोती , फिर भी गला कटाके मरती ।
जागो हिंदू ! अब तो जागो , स्वाभिमान वापस ले आओ ;
अपना अधिकार तभी पाओगे,जब अच्छी सरकार बनाओ ।
वर्तमान जितने भी दल हैं , सब के सब हैं नाकाबिल ;
स्वार्थ, लोभ ,भय, भ्रष्टाचार में , सब के सब पूरे गाफिल ।
हमें चाहिये एक ऐसा दल , धर्म – सनातन का रक्षक ;
“एकम् सनातन भारत” ही है , एकमात्र हिंदू का रक्षक ।
आगामी संसद – चुनाव में , पूरे भारत में उतर रहा है ;
हिंदू ! अबकी चूक न जाना,देखो भविष्य तब संवर रहा है ।
विश्व-शांति भी तब ही होगी , जब धर्म-सनातन जागेगा ;
धर्म का शासन ,न्याय का शासन, तो गुंडा शासन भागेगा ।
गुंडा – शासन का संरक्षक , भारत का अब्बासी – हिंदू ;
हिंदू के जीवन का दुश्मन , पूरा – पूरा फर्जी – हिंदू ।
गंदा तन है , काला मन है , हिंदू-मंदिर को तोड़ रहा ;
रावण – कालनेमि का वंशज , गलियारे को बना रहा ।
ओ हिंदू ! हर हाल में जागो , रावण-कालनेमि पहचानो ;
यदि अब भी न जागा हिंदू तो, अपना अंत समय ही मानो ।