अर्चना कुमारी । हरियाणा के मुस्लिम बहुल क्षेत्र मेवात में डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई की हत्या करने वाले आरोपी डंपर चालक को राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस इसका नाम मित्तर बताया लेकिन सूत्रों का कहना है कि इसका असली नाम शब्बीर उर्फ मित्तर पुत्र इशहाक है।
वहीं 1 दिन पहले एनकाउंटर के बाद पकड़े गए आरोपी क्लीनर इकरार को बुधवार को अदालत में पेश किया गया। जहां से उसे 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। हैरान करने वाली बात यह है कि डीएसपी मौके पर अपने साथी कर्मियों के साथ मौजूद थे लेकिन किसी ने भी डंपर चालक को काबू करने का प्रयास नहीं किया, इससे आशंका है कि डीएसपी कहीं साजिश के शिकार तो नहीं बन गए, उनके परिजनों ने हत्या की वजह का राज फाश के लिए सीबीआई जांच की मांग की है। इस बीच पुलिस ने आरोपी के कब्जे से डंपर भी जप्त कर लिया है ।
हरियाणा पुलिस के मुताबिक अन्य आरोपियों को दबोचने के लिए 10 टीमों का गठन किया गया है। जल्दी ही आरोपियों को गिरफ्त में ले लिया जाएगा। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मेवात तथा आसपास के इलाके में अवैध खनन व ओवरलोडिंग होती है और इसकी जानकारी पुलिस को भी है लेकिन रिश्वत के बल पर यह धंधा बदस्तूर जारी है। अवैध खनन के साथ- साथ यहां प्रत्येक तरह के अवैध गतिविधि संचालित की जाती है और स्थानीय पुलिस मूकदर्शक बनी होती है।
इस बीच मेवात के नूहं में खनन माफिया के हाथों जान गंवाने वाले गांव सारंगपुर निवासी डीएसपी सुरेंद्र सिंह के निधन की सूचना मिलने पर उनके पैतृक गांव में सन्नाटा छाया रहा और आज उनका अंतिम संस्कार बेटे के कनाडा से वापस लौटने पर किया जाएगा। सुरेंद्र सिंह की मौत के बाद उनके घर पर सांत्वना देने वाले ग्रामीणों का तांता जारी है।
ग्रामीणों ने बताया कि सुरेंद्र सिंह बहुत शांत, हंसमुख, सौम्य व्यक्तित्व वाले थे। डीएसपी सुरेंद्र सिंह के छोटे भाई अशोक कुमार ने स्थानीय प्रशासन और एसएचओ पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब डीएसपी को इस मामले की जानकारी थी, तो स्थानीय एसएचओ क्यों नहीं थी? डीएसपी जब मौके पर पहुंच गए तो मौके पर एसएचओ क्यों मौजूद नहीं थे।
उन्होंने मामले में सीबीआई जांच की मांग की। डीएसपी सुरेंद्र सिंह की डंपर से कुचलकर हत्या को लेकर स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा देखा जा रहा है और उन लोगों ने दुकानें बंद कर अपना रोष प्रकट किया। स्थानीय लोगों ने बुधवार को सभी दुकानें बंद रखते हुए मौन जुलूस निकाला और सभी के हाथों में बैनर और पोस्टर थे और इन लोगों ने ज्ञापन भी सौंपा