कांग्रेस आज भी सिखों के घाव पर नमक छिड़कने से बाज नहीं आती। आज भी कांग्रेस पार्टी किसी विरोध प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए बलवाइयों तथा नरसंहार करने के आरोपियों को नेतृत्व सौंपने से परहेज नहीं करती। तभी तो पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ी कीमतों के खिलाफ भारत बंद बुलाने वाली कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली में इसका नेतृत्व 1984 में सिखों का नरसंहार करने के आरोपी सज्जन कुमार को सौंपी है। सिख दंगों की जांच के लिए गठित, कई आयोगों और जांच एजेंसियों की रिपोर्ट में नाम आने के बावजूद न तो सज्जन कुमार के चेहरे पर कोई पछतावा है न ही कांग्रेस को अफसोस। वह आज भी उसी दबंगई के साथ पत्रकार से ब्यवहार करता है जैसे उसने रिपब्लिक टीवी के पत्रकार पियूष मिश्रा के साथ किया है।
मुख्य बिंदु
* कांग्रेस ने 1984 में सिखों के खिलाफ दंगा के दौरान नरसंहार के आरोपी सज्जन कुमार को भारत बंद के लिए मैदान में उतारा है
* प्रदर्शन के दौरान रिपब्लिक टीवी के पत्रकार के साथ सज्जन कुमार ने किया असंगत और अमर्यादित व्यवहार
गौरतलब है कि कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत के खिलाफ सोमवार को भारत बंद बुला रखा है। दिल्ली में इस सफल बनाने के लिए कांग्रेस ने सज्जन कुमार जैसे बलवाई नेताओं को कमान सौंपी है जिनके खिलाफ सिख दंगों के दौरान नरसंहार करने का आरोप है। कांग्रेस के इस कदम से यह साफ हो गया है कि सिखों के खिलाफ उसके मन में आज भी जहर भरा है तभी तो उसने उनके घावों पर नमक छिड़कने के लिए सज्जन कुमार को मैदान में उतारा है। भारत बंद को सफल बनाने के लिए सज्जन कुमार के मैदान में उतरने से एक बार फिर बवाल होने की आशंका गहरा गई है।
Congress leader and 1984 riots accused Sajjan Kumar seen during #BharatBandh protest in Delhi. pic.twitter.com/eALdL8IrzC
— ANI (@ANI) September 10, 2018
मालूम हो कि भारत बंद के तहत कांग्रेस पूरे देश में पेट्रोल पंपों के सामने विरोध प्रदर्शन कर रही है। खास बात है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जैसे बड़े और महत्वपूर्ण नेता राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि दिल्ली की कमान सज्जन कुमार जैसे नरसंहार करने के आरोपी को सौंप दी है। कांग्रेस के इस कदम से उसकी मंशा पर एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है। क्या कांग्रेस पार्टी फिर से दिल्ली में भय की राजनीति करने पर तुल गई है? सज्जन कुमार उसी सिख दंगा के आरोपी है जिसके तहत 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 3000 से भी अधिक निर्दोष सिखों की हत्या कर दी गई थी।
विरोध प्रदर्शन के दौरान जब रिपब्लिक टीवी के पत्रकार पियूष मिश्रा ने सज्जन कुमार से बात करने की कोशिश की तो सज्जन कुमार की दबंगई एक बार फिर लोगों के सामने आ गई। उन्होंने पत्रकार का प्रश्न सुनने की बजाय लगातार सॉरी-सॉरी बोलते हुए दंबगई दिखाई बल्कि अमर्यादित व्यवहार किया। बाद में कुमार के आदमियों ने भी पत्रकार के साथ बदतमीजी की। इस मामले में जब कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अजय माकन से सज्जन कुमार की मौजूदगी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने भी इसका कोई सीधा जवाब नहीं दिया।
गौरतलब है कि मुंबई में भारत बंद के दौरान बलजोरी रेल रोकने की कोशिश करने के लिए महाराष्ट्र के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष संजय निरुपम को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
ऐसा नहीं है कि दिल्ली में कांग्रेस पहली बार सिख दंगे के आरोपियों को विरोध-प्रदर्शन की कमान सौंपी है। सज्जन कुमार से पहले कांग्रेस जगदीश टाइटलर को भी दिल्ली के मैदान में उतार चुकी है। याद रहे कि कांग्रेस ने जब अप्रिल में में एकता उपवास रैली का आयोजन किया था उस समय कांग्रेस ने सिख दंगे के दूसरे आरोपी जगदीश टाइटलर को मैदान में उतारा था। ध्यान रहे उसी समय उपवास से ठीक पहले अजय माकन के साथ राहुल गांधी का छोले भटूरे की पार्टी करते हुए तस्वीर सामने आई थी। दिल्ली में इस प्रकार एक बार फिर सज्जन कुमार को भारत बंद जैसे संवेदनशील माहोल में कमान देना कांग्रेस की मंशा पर सवालिया निशान लगाता है।
वैसे कहा जाए तो कांग्रेस जिस मुद्दे को लेकर यह भारत बंद बुलाया है तथ्य के आधार पर वह भी उसके खिलाफ जा रहा है। विश्वास न हो तो इस ट्वीट को देखिए, जो कांग्रेस के ही पूर्व नेता ने किया है।
#BharathBandh called against rising fuel prices as that may lead to rise in prices of other commodities but TRUTH is retail inflation eased to a 9 month low to 4.17% in July from 4.92% in June while food inflation more than halved to 1.37 % from 2.91% Live on @ZeeNewsHindi 10am
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) September 10, 2018
शहजाद पुनावाला ने अपने ट्वीट में कहा है कि कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत के कारण बढ़ी महंगाई के खिलाफ भारत बंद बुलाया है। जबकि तथ्य कुछ और ही कहता है। जिस महंगाई के खिलाफ देश भर में कांग्रेस विरोध-पदर्शन की नौटंकी कर रही है वह महंगाई दर पिछले 9 महीने के निचले स्तर पर पहुंच चुका है। पिछले न महीने में महंगाई दर 4.92 प्रतिशत से घटकर 4.17 प्रतिशत पर पहुंच चुका है। ऐसे में कांग्रेस का भारत बंद ही बेमानी है वैसे लोगों को भ्रमित करने के लिए बुलाया है तो देश की जनता अब कांग्रेस से भी ज्यादा जागरूक हो चुकी है।
URL: 1984 anti-Sikh riots accused Sajjan Kumar leads Congress’ protests over high fuel prices
Keywords: sajjan kumar, congress bharat bandh, modi government, fuel hike, 1984 sikh riots accused, सज्जन कुमार, कांग्रेस भारत बंद, मोदी सरकार, ईंधन वृद्धि, 1984 के सिख दंगा,