हर चुनाव में हार के बाद , ठीकरा ईवीएम पर फोड़ने वाले नेताओं को जनता ने कैमरे के सामने घेर लिया। यह पहला अवसर था जब देश के 22 राजनीतिक दल के नेता एक साथ चुनाव से पहले ही ईवीएम के खिलाफ शिकायत करने मुख्य चुनाव आयुक्त के पास पहुंचे थे। संसद का सत्र चल रहा था और कैमरे की चकाचौंध थी। विपक्ष के सभी नेता लगातार हो रही हार संदेश जनता को देना चाहते थे। यह कि उनकी हार, जमीन से उनके कटे होने के कारण नहीं। ईवीएम के कारण है। लेकिन वहां मौजूद लोगों ने अपना विरोध दर्ज कर नेताओं को यह संदेश दिया कि ईवीएम के बारे में फेक न्यूज़ फैलाने के बदले जमीन से जुड़ें। आप जमीन से कटे हुए हो। हर बार हारने के बाद ईवीएम को लेकर शिकायत करने के बदले अबकी बार 2019 लोकसभा चुनाव से पहले ही विपक्ष के 22 राजनीतिक दल के नेताओं ने दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलकर ईवीएम को लेकर की शिकायत करने. चुनाव आयोग कार्यालय पहुंचे तो निर्वाचन आयोग के सामने मीडिया कर्मियों की भीड़ देखकर लोगों की जिज्ञासा इस बात को लेकर हुई कि आखिर यहां चल क्या रहा है! पत्रकारों से बात करने के बाद जिज्ञासु लोगों को पता चला कि 22 राजनीतिक दलों के नेता मुख्य निर्वाचन आयुक्त से अपनी शिकायत दर्ज कराने आए थे। उनकी मांग थी कि चुनाव के दौरान ईवीएम का प्रयोग बंद हो और बैलेट पेपर से चुनाव हो ।मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलने के बाद नेतागण निर्वाचन आयोग कार्यालय से बाहर निकले तो लोगों ने वहां हंगामा शुरू कर दिया । यह कहते हुए कि हारने के बाद ईवीएम को लेकर फेंक न्यूज़ बनवाना बंद करो। वहां देश के 22 राजनीतिक दल के कद्दावर नेता थे। कैमरे की चकाचौंध थी।लेकिन आमजन मोदी मोदी का नारा लगाते हुए विपक्षी नेताओं को चोर कहने लगे। जनता की इस प्रतिक्रिया से ईवीएम में हार का बहाना ढूंढने वाले नेताओं के लिए असमंजस की स्थिति बना दी। गुलामनबी आजाद समते सभी विपक्षी नेता बस उन्हें एक टक देखते रह गए। हालात को भांप कर वे मीडिया के कैमरे की तरफ मुखातिब हो गए। सोमवार शाम को विपक्ष के 22 राजनीतिक दलों के कद्दावर नेता मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलकर ईवीएम को लेकर शिकायत करने पहुंचे थे । शिकायत करने वाले नेताओं में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, तेलुगू देशम पार्टी के नेता चंद्रबाबू नायडू, बसपा के सतीश चंद्र मिश्र, सपा के रामगोपाल यादव ,आरजेडी के मनोज झा, आप के संजय सिंह, सीपीआई के डी राजा , आर एस पी के एन के रामचंद्रन समेत देश भर के 22 राजनीतिक दलों के कद्दावर नेता थे। कैमरे के सामने अपनी बात रखने के पहले जनता की प्रतिक्रिया के बाद उनके भाव और मन: स्थिति तब देखने लायक थी। जब कैमरे के सामने उन्हें हुट आउट किया जाने लगा तो लोगों ने नेताओं पर छींटाकशी करते हुए कहा कि ये जीतने पर ईवीएम पर चुप्पी साधते हैं और हारने पर ईवीएम को अपराधी बनाते हैं। जनता से नकारे गए नेता ईवीएम पर फेक न्यूज़ फैलाना बंद करो। कैमरे के सामने आमजन के विरोधी स्वर को सुनने के बाद गुलाम नबी आजाद ने उनकी ओर देखने के बाद खुद को मीडिया के कैमरे की तरफ मुखातिब कर लिया लेकिन यह संदेश 22 राजनीतिक दलों तक जरूर पहुंचा होगा या फिर आम आदमी सोचता क्या है !हार पर ईवीएम का बहाना बनाने वाले नेताओं का कहना था कि पिछले 4 साल से ईवीएम का दुरुपयोग हो रहा है। लेकिन इसी दौरान अनेक राज्यों के विधानसभा और संसद और विधानसभा के उप चुनाव में मीली जीत पर उनकी चुप्पी हार के बहाने के लिए ईवीएम को अपराधी बनाने के उनके साजिश की पोल खोल रहा था। जनता उनसे फेक खबर बनाने के इसी खेल का जवाब मांग रही थी। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलने के बाद मीडिया को इस बात की जानकारी दी कि पिछले 4 सालों से ईवीएम पर आम आदमी का भरोसा लगातार खत्म हो रहा है।आजाद ने कहा लोकतंत्र में लोगों का विश्वास रह सके इस लिहाज से हमने चुनाव आयुक्त से ईवीएम को लेकर शिकायत की है। आजाद ने मीडिया को बताया कि 22 राजनीतिक दलों ने ईवीएम में हेरा फेरी कि शिकायत चुनाव आयोग से की है।आजाद के मुताबिक आयोग ने हमारी बात को गंभीरता से सुना है। लेकिन चुनाव बहुत नजदीक होने के कारण यह संभव नहीं की अगले लोक सभा में बैलट पेपर पर चुनाव हो। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद समित ईवीएम में हार का बहाना ढूंढने वाले हर राजनीतिक दलों को पता था कि चुनाव आयोग का जवाब क्या होगा आयोग ने तकनीकी दृष्टि से इस बात को साबित कर दिया है की बीएमसी हेरा फेरी संभव नहीं है बावजूद इसके चुनाव से पहले एक भ्रम बनाने की चला कि जो राजनीतिक दलों ने दिखाई उनका उद्देश्य बस जनता तक यह संदेश देना था यदि वे हार जाते हैं इसका कारण ईवीएम होगा लेकिन जनता ने संदेश दे दिया कि तुम्हारे बहाने को हम समझते हैं इसलिए ईवीएम पर फेंक खबरें फैलाना बंद करो लोकतंत्र में जो नेता जनता के मिजाज को नहीं समझता उसके लिए कैमरे के सामने आम लोगों के संदेश ने समझा दिया होगा कि भले ही वह भ्रम फैलाने की कोशिश करें मगर जनता यथास्थिति जानती है भ्रम फैलाने की साजिश को समझती है। URL : 22 opposition parties leaders meet over evm tempering to EC,
Keywords : opposition leaders,EVM,Election commission ,Gulamnabi azad, ईवीएम, चुनाव आयोग,मुख्य चुनाव आयुक्त
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