अर्चना कुमारी फिलिस्तीन रेड क्रिसेंट सोसाइटी (पीआरसीएस) ने कहा कि गाजा में संघर्ष बढ़ने के बाद से उसके 29 कर्मचारी मारे गए हैं, जिनमें 17 ऐसे कर्मचारी शामिल हैं, जिन्हें मानवीय कर्तव्यों का पालन करते समय निशाना बनाया गया।
पीआरसीएस ने एक्स पर लिखा, ‘‘फिलिस्तीन रेड क्रिसेंट सोसाइटी मानसिक स्वास्थ्य स्वयंसेवक नज्म तबासी के निधन पर शोक मनाती है, जो इजरायली सैन्य बलों द्वारा राफा में बमबारी के कारण पत्नी के साथ मारे गये।
इससे पहले सात वर्ष सात से 29 अक्टूबर तक गाजा पट्टी में मानवीय कर्तव्यों का पालन करते समय सोसाइट के 17 सदस्यों को इजरायल ने निशाना बनाया था। ’’
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य के अधिकार पर संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिनिधि त्लालेंग मोफोकेंग ने मई में कहा था कि गत सात अक्टूबर को हमास और इजरायल के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद से कम से कम 492 फिलिस्तीनी स्वास्थ्य कार्यकर्ता मारे गए हैं, जिसके कारण 80 प्रतिशत प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल केंद्र बंद हैं।
हमास ने सात अक्टूबर, 2023 को इजरायल की सीमा में घुसकर और गाजापट्टी से बड़े पैमाने पर रॉकेट दागकर हमला किया था। इस दौरान इजरायल में लगभग 1,200 लोग मारे गए था। इसके साथ ही हमास के लड़ाकों ने लगभग 240 अन्य लोगों को अगवा कर लिया था।
इसके बाद इजरायल ने जवाबी कार्रवाई के तहत हमले शुरू किए। गाजा की पूर्ण नाकाबंदी का आदेश देते हुए हमास लड़ाकों को खत्म करने और बंधकों को बचाने के घोषित लक्ष्य के साथ फिलिस्तीनी इलाके में जमीनी स्तर पर हमले शुरू किये।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार गाजा पट्टी में इजरायली हमलों में अब तक 35,600 से अधिक लोग मारे गए हैं। कयास लगाया जा रहा है कि गाजा में 100 से अधिक इजरायली बंधक हमास के कब्जे में हैं।
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