अर्चना कुमारी। हिंदू महापंचायत कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर पत्रकारों के साथ मारपीट तथा दो समुदायों के बीच कथित तौर पर घृणा फैलाने के लिए पत्रकार और समाचार पोर्टल के ट्विटर हैंडल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि सारी प्राथमिकी मुखर्जी नगर थाने में दर्ज की गई और जांच शुरू कर दी गई ।
पुलिस का कहना है कि पहले दिन महापंचायत के आयोजकों के खिलाफ बिना अनुमति के कार्यक्रम करने तथा भड़काऊ भाषण देने तथा दो पत्रकारों के साथ कथित से मारपीट को लेकर 3 प्राथमिकी दर्ज की गई थी जबकि अब पत्रकार तथा समाचार पोर्टल को लेकर मामला दर्ज किया गया है । महापंचायत को लेकर समाचार पोर्टल ने विवादास्पद ट्वीट किए थे। ट्वीट से संकेत मिला कि पत्रकारों को उनके धर्म के लिए निशाना बनाया गया और इससे माहौल खराब हो सकता था।
लेकिन इस मामले को लेकर अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। ज्ञात हो कि रविवार को उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी मैदान में पुलिस की अनुमति के बिना आयोजित हिंदू महापंचायत नामक कार्यक्रम में विवादास्पद भाषण के लिए पुजारी यति नरसिंहनंद और अन्य वक्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जबकि पत्रकारों की शिकायत पर दो अन्य प्राथमिकी दर्ज की गईं थी। इस बीच पुलिस ने एक और मामला दर्ज किया है और विवादास्पद ट्वीट के चलते अलग प्राथमिकी की गई।
बताया जाता है कि एक ट्विटर हैंडल पत्रकार मीर फैसल , जो एक समाचार पोर्टल के लिए काम करते हैं, और एक अन्य समाचार पोर्टल आर्टिकल 14 के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने कहा कि इस मामले में जांच जारी है। रविवार को एक ट्वीट में पत्रकार ने आरोप लगाया था कि महापंचायत मेंं हिंदू लोगो की भीड़ द्वारा दो मुस्लिम मीडियाकर्मियों पर हमला किया गया और उन्हें हिरासत में भी लिया गया।
समाचार पोर्टल ‘‘आर्टिकल 14’’ ने ट्वीट किया। दावा किया गया कि पांच पत्रकार, जिनमें से चार मुस्लिम थे, उक्त समाचार पोर्टल के लिए ‘असाइनमेंट’ पर थे, उन्हें मुखर्जी नगर पुलिस थाने ले जाया गया, जब कार्यक्रम में भीड़ ने उन पर हमला किया और वीडियो को डिलीट कर दिया।हालांकि, पुलिस ने किसी को भी हिरासत में लेने की बात से इनकार किया ।
इस बाबत पुलिस ने कहा, मुखर्जी नगर पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (2) ( दो समुदाय के बीच शत्रुता, घृणा या द्वेष पैदा करने या बढावा देने वाले बयान) के तहत कुछ ट्विटर हैंडल के खिलाफ विवादास्पद ट्वीट के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई है।पुलिस ने कहा कि वे कार्यक्रम के कथित वीडियो की जांच कर रहे हैं, जिसमें कार्यक्रम में उन वक्ताओं द्वारा कथित तौर पर दिये गये विवादास्पद भाषण’ दिए थे।
पुलिस ने कहा कि उन्होंने कार्यक्रम की अनुमति देने से इनकार कर दिया पुलिस के अनुसार, डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरंिसहानंद सरस्वती और सुदर्शन न्यूज के मुख्य संपादक सुरेश चव्हाणके सहित कुछ वक्ताओं ने दो समुदायों के बीच वैमनस्य, शत्रुता, घृणा या दुर्भावना को बढावा देने वाले शब्द कथित तौर पर कहे। जबकि इस महापंचायत का आयोजन यहां बुराड़ी मैदान में ‘सेव इंडिया फाउंडेशन’ के द्वारा किया गया।