संदीप देव –
ओशो की सस्ती कॉपी आचार्य प्रशांत के 2022 के इस लेख का आखिरी पैरा से एक पैरा पहले का पढ़िए। पैगंबर मोहम्मद द्वारा काबा में मूर्ति पूजकों पर प्रहार को यह जस्टिफाई कर रहे हैं। यह आदमी इस लेख में गीता में कहे भगवान श्रीकृष्ण को कोट कर रहा है, लेकिन भगवान के कहे का वास्तविक अर्थ तक इसे पता नहीं है! ऐसे ही ओपेनहाइमर ने गीता को गलत समझ कर मानवता का नरसंहार किया था परमाणु बम बनाकर।
प्रशांत, जया किशोरी, प्रदीप मिश्रा, मोरारी बापू आदि की समस्या यह है कि इन लोगों ने ओरिजनल भारतीय शास्त्रों को पढ़ने की जगह, सीधे ओशो को पढ़ लिया और फिर वही वमन कर रहे हैं। प्रशांत और जग्गी वासुदेव का तो कॉमा, फुलस्टॉप और बोलने का स्टाइल तक ओशो की नकल है!
हिंदू की नयी पीढ़ी अपने पुराणों, महाभारत, उपनिषद, रामायण से दूर है, इसलिए ऐसे सस्ती ‘फोटोकॉपी’ की दुकान जमकर चल रही है!
हिंदुओं को राजनीतिक पार्टियों, नास्तिक संघों के साथ-साथ इन कथावाचक और नकली गुरुओं ने भी तबाह कर रखा है!