कभी – कभी एक व्यक्ति के साथ हुआ अन्याय पूरे देश पर भारी पड़ता है, पढ़ा सहमत हूँ – मेरी समस्या भी कुछ इस घटना से मिलती – जुलती है। इन्डियन स्कूल निज़वा( सीबीएसई संबद्ध) सल्तनत ऑफ ओमान के केरलियन प्रिंसिपल जॉन डोमनिक द्वारा हिन्दी भाषा को खाड़ी देशों में कमजोर करने के लिए मुझे जाब से निकाल कर केजी और मैथ – साइंस टीचर्स से हिन्दी पढ़वाकर स्टूडेंट्स के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। आप सभी की सहायता चाहिए।
मैं डॉक्टर अशोक कुमार तिवारी मूलत: गोण्डा उत्तर प्रदेश से हूँ वर्तमान में इंडियन स्कूल निज़वा सल्तनत ऑफ ओमान में सपत्नीक हिन्दी शिक्षण – संवर्धन पर्यावरण संरक्षण-संवर्धन आदि में व्यस्त हूँ। सत्र 2016 – 17 में मेरे पढ़ाए स्टूडेंट्स ने क्लास -10 की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में भारत के अतिरिक्त संसार के सभी सीबीएसई स्कूल्स में टॉप किया था।
तभी से हिन्दी विरोधी पीछे पड़ गए हैं। परमोशन बढ़ोत्तरी रोक दिए थे, पालघर हत्याकांड के बाद ईसाई बनने का प्रस्ताव न मानने के कारण प्रिंसिपल जॉन डोमनिक ने 29-12-20 को जाब से निकाल दिया है।
आपकी मदद चाहिए :- संसार के हर हिन्दी भाषी मानवाधिकार न्याय प्रिय संस्थानों तक ये सच्चाई पहुंचाकर सहयोग कीजिए। जब देश में अंग्रेजी बोलने वालों की संख्या मात्र 2% है, तो अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा पर इतना जोर क्यों? षड्यंत्र करके घुसपैठ करके हिन्दी भाषियों की नौकरियाँ गलत तरह से छीनकर उदाहरण के लिए, सीबीएसई से सम्बद्ध इंडियन स्कूल निज़वा सल्तनत ऑफ ओमान के प्रिंसिपल जॉन डोमनिक ईसाई न बनने के कारण मेरे पीछे पड़े हैं।
आज भी हमें खाड़ी देशों से उजाड़ा जा रहा है कोई सुनवाई नहीं हो रही है। 2015 में मेरे ज्वाइन करने के बाद 7 हिन्दी शिक्षक – शिक्षिकाएँ थीं। डॉक्टर अशोक कुमार तिवारी हिन्दी विभागाध्यक्ष ( सत्र -2016-17 में मेरे पढ़ाए स्टूडेंट्स ने क्लास – 10 की बोर्ड परीक्षा में भारत के अतिरिक्त संसार के सभी सीबीएसई संबद्ध विद्यालयों में हिन्दी विषय में टॉप रिजल्ट दिया था। उसी के बाद जलन के कारण मुझे विभागाध्यक्ष पद से हंटवाकर प्रताड़ित किया जाने लगा। सुनंदा तिवारी, शोभा मैम, हिना आलम, प्रियदर्शिनी मैम, प्रमोद तिवारी, रूना फातिमा (रूना फातिमा के अतिरिक्त सभी गैर मलयाली थे।
आज केवल रूना फातिमा एकमात्र हिन्दी शिक्षिका ISN में बंच रही हैं (अभी केजी टीचर्स – मैथ- साइंस टीचर्स से हिन्दी पढ़वाई जा रही है)– बाकी सभी को षड्यंत्र करके हटा दिए हैं।
स्कूल के 53 टीचर्स तथा हिन्दी पढ़ने वाले बच्चों के पैरेंट्स के लिखित निवेदन पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। 25 फरवरी की इन्क्वायरी रिपोर्ट भी अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। ईसाइयों के षड्यंत्रों को नष्ट करने के लिए सोशल नेटवर्किंग – एमएलए-एमपी को लगातार लिखते रहने के साथ ही साथ विदेश मंत्रालय – सीबीएसई और प्रधानमंत्री कार्यालय तक क्या किया जाए में आपका सहयोग चाहिए।
अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के अवसर पर :–
स्टूडेंट्स को सीबीएसई सम्बद्ध इंडियन स्कूल निजवा ओमान में योग्य-अनुभवी हिन्दी शिक्षक से हिन्दी पढ़ने का अवसर न देकर उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है,बिना पर्याप्त योग्यता-अनुभव के जॉन डोमनिक गलत तरह से चयनित होकर प्रिंसिपल पद पर बैठे हैं पैरेंट्स-टीचर्स के लगातार लिखने पर भी कुछ नहीं हो रहा है ? विस्तृत विवरण के लिए संपर्क कीजिए — वाट्स अप नंबर — ±919428075674 सीबीएसई संबद्ध स्कूल में स्टूडेंट्स अच्छे से हिन्दी ज्ञान नहीं कर पा रहे हैं और सीबीएसई शिक्षा मंत्रालय मस्कट में भारतीय अम्बेसडर सभी चुप हैं — आप तो आवाज उठाइए :–
प्रवासी भारतीय दिवस तथा विश्व हिन्दी दिवस की पूर्व संध्या पर :——-
हिंद-ओमान दोस्ती जिंदाबाद !
??NAMOMAN ??
जहां तक रिजल्ट्स और प्रोफार्मेनस की बात है : – (हिन्दी स्टूडेंट्स को उत्साहित होना चाहिए – हिन्दी टाइपिंग आदि कार्यों को अच्छी तरह करना चाहिए) ————हम सब के लिए अपार हर्ष की बात है कि session 2016-17 की st.-10 की बोर्ड परीक्षा में ISN का हिंदी रिजल्ट पूरे ओमान में ही नहीं विश्वगुरू भारत को छोड़कर संसार के सभी सीबीएसई स्कूलों में सर्वोत्तम रहा है ( उदाहरण के लिए :—-
In ISM school appeared students in Hindi subject = 316 & got A1 = 95, percentage = 30.06% !
In ISN appeared students in Hindi = 24 & got A1 =16, percentage = 66.6%.!
( ज्ञातव्य हो कि ISM ISN तथा ओमान के अन्य इन्डियन स्कूलों का मदर स्कूल और इंचार्ज है तथा अब तक इन्डियन स्कूल मस्कट( ISM ) को ही ओमान का बेस्ट स्कूल माना जाता है ), ३०- ११ -१७ को संपन्न हुए हिन्दी विभाग की प्रदर्शनी में भी अभिभावकों ने उक्त कार्यों ( पढ़ाई में मीडिया के साधनों आदि के यथासंभव सदुपयोग ) की तथा इतने छोटे स्कूल के अंतर्राष्ट्रीय स्तर के परीक्षाफल की भूरि-भूरि प्रशंसा की है !
एक बार फिर सिद्ध हो गया कि भारत का हिंदी शिक्षण अनुभव सबसे उत्तम व परिमार्जित है !!!
( डॉ. अशोक कुमार तिवारी – हिन्दी शिक्षक निजवा, ओमान अनेकों समस्याओं के बावजूद नज़दीकी गाँवों में ओमानियों तथा दक्षिण भारतीयों को हिन्दी सिखाने भी जाते हैं—पर्यावरण संरक्षण – संवर्धन के साथ ही साथ गैर हिन्दी जन के लिए अलग से समय देकर , फ्री में हिन्दी अधिगम के कार्य पिछले कई सालों से लगातार करते आ रहे हैं ! ) |
अनेक विसंगतियों के बावजूद २०१७-१८ की बोर्ड परीक्षा में मेरी पढ़ाई एक छात्रा श्री नीति ने जो तमिलनाडु की और तमिल भाषी है ९६% तथा २०१८- १९ में तमिल भाषी वर्षा वर्द्धिनी ने ९४ % लाकर खाड़ी देशों में भी हिन्दी का मान बढ़ाया है ! उन्हें साधुवाद !!
मेरी छात्राएँ — अंतर्राष्ट्रीय मंच पर :–
https://youtu.be/rHloBzndqgw