शरद मिश्रा । स्नेहिल मित्रों मैं शरद मिश्रा,पूर्व चीफ सब एडिटर, अमर उजाला डिजिटल नोएडा। फ़ेसबुक के जरिये आप सबको सप्रेम नमस्कार करता हूं। मित्रों पैरालीसिस के बाद अमर उजाला की कार्य सेवा से मुक्त होने पर हिंदुत्व राष्ट्रवाद जैसी प्रखर विचारधारा यानी भाजपा के लिये कार्य करने के फेर में इन दिनों मैं भाजपा नेताओं और उनकी दैनिक गतिविधियों और क्रिया कलापों पर लिख पढ़ रहा हूं। इसी क्रम में मैं आप बौद्धिक और तर्कशील लोगों से आगामी विधानसभा चुनाव में हिंदुत्व के सार्वभौमिक स्वरूप को पहचानने की विनयावत अपील करता हूं।
स्नेहिल मित्रों आप सब आगामी चुनाव में जात पात की संकीर्ण सोच से ऊपर उठकर राष्ट्रीय एकता और विकास को ह्रदयंगम करते हुए एक विकासशील सरकार का चुनाव करें। विवेकशील मित्रों राम शब्द कहते ही हमारे दिल से राम राज्य और राजा शब्द कहते ही राजा रामचंद्र शब्द अनायास निकल जाते हैं।अतः आप सब अपने अंदर समाए हुए हिंदुत्व और वसुधैव कुटुम्बकम के इसी सर्वभौम भाव को स्वीकार करते हुए अपने विवेक से जनता से सच्चा सरोकार रखने वाले जन प्रतिनिधि पर ही अपनी मानसिक मुहर लगाएं।
मित्रों अपना भारत भाव रस और ताल का एक अद्भुत संगम है। जिसे हम सब अपने अंदर अविरल बह रही मानवता की धारा के साथ और आप्लावित करने की कोशिश इस चुनाव में करें। हमारी इस पुरजोर कोशिश से अपनी वसुंधरा एक बार फिर से समृद्धि और संपन्नता के साथ लहलहाती रहेगी। मित्रों भाई भतीजावाद या यूं कहें कि जातिवाद वैचारिक वैमनस्य की वास्तविक जड़ है, जिसे आप सब इस चुनाव में निर्मूल करते हुए सामाजिक समरसता की एक विकासशील अविरल गंगा के रूप में परिवर्तित कर दें।
मित्रों मैं आप सबसे यह भी कहना चाहूंगा कि दुनिया के इस सबसे बड़े लोकतंत्र यानी हमारे भारत वर्ष में अयोध्या की राज सत्ता ही 14 साल तक एक भाई से दूसरे भाई के हाथों डोलती रही थी सिर्फ और सिर्फ कर्त्तव्य तथा धर्म परायण के आत्म संतोष के आत्मभाव के लिये। अतः आप सब दिल के उजले और धवल व्यक्तित्व से मेरी विनती है कि अयोध्या के उसी राज सिंहासन को एक सुनहरा प्रमाण मानकर अपने विवेक का भरपूर उपयोग आगामी चुनाव में करते हुए फिर से राम राज्य की स्थापना में अपना महती सहयोग दें। स्नेहिल मित्रों मुझे मेरी इस विनम्र अपील पर आप सबके विचारों का इंतज़ार भी रहेगा।
पूर्व चीफ सब एडिटर
अमर उजाला डिजिटल, नोएडा
9753460690