मॉब लिंचिंग पर हमेशा मोदी-योगी सरकार को कोसने वाले पेटिकोट पत्रकारों को उस समय सांप सुंघ गया है जब राजस्थान में शगीर खान को गोतस्करी के आरोप में गांव वालों ने पीट-पीटकर अधमरा कर दिया है। शगीर की हालत अभी भी नाजुक बताई जा रही है,लेकिन उसके समर्थन में किसी पेटिकोट पत्रकार ने आवाज उठाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए हैं। मालूम है क्यों? क्योंकि यह माब लिंचिंग हाल में जीतकर सत्ता में आए कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रदेश राजस्थान में हुई है। कांग्रेस शासित राज्य होने के कारण ही आज कोई पेटिकोट पत्रकार इस मामले को उठाने से डरता है कि कहीं उसके आका कांग्रेस उससे नाराज नहीं हो जाए।
Under Congress rule, a guy named Sageer Khan is just a nameless youth going through routine beating, not a dara hua muslaman. https://t.co/lGwu0ye7in
— Rahul Roushan (@rahulroushan) December 31, 2018
राजस्थान में एक मुसलान युवक शगीर खान की बेरहमी से पीटाई कर उसे अधमरा कर दिया, फिर भी न तो फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह को डर लगा न ही मुसलमानों को डर लगता है। लेकिन भाजपा शासित राज्य में इस तरह की अनहोनी घटना होते ही मुसलमान भी डर जाते हैं, और नसीरुद्दीन तथा आमिर खान जैसे बड़बोड़े अभिनेता भी डर जाते हैं।
#MondayMotivation सत्ता बदली लेकिन लींचिग जारी है।पहले @BJP4India राज्य में लीचिंग का आरोप लगता थाअब @ashokgehlot51 में भी लीचिंग।अलवर में फिर मॉब लिचिंग।गौतस्करी के आरोपी की गांव वालों ने बेरहमी से पिटाई की।सगीर की हालत नाजुक लेकिन पहले तहलका मचाने वाले अब चुप हैं @INCIndia
— Dharmendra Singh (@dharmendra135) December 31, 2018
ध्यान रहे कि सत्ता बदलने के बाद भी राजस्थान में यदि मॉब लिंचिंग जारी है तो इसका मतलब साफ है कि पहले की भाजपा सरकार इसके लिए जिम्मेदार नहीं थी। यह एक राजनीतिक नहीं बल्कि आपराधिक घटना है। मालूम हो कि राजस्थान के अलवर में फिर मॉब लिचिंग का मामला सामने आया है। अलवर में गोतस्करी के आरोप में शगीर खान को गांववालों ने इतनी बेरहमी से पीटाई की है कि अब उसका बचना भी मुश्किल लग रहा है। लेकिन मॉब लिंचिंग पर कल तक तहलका मचाने वाले पेटिकोट पत्रकारों ने अपने आकाओं के डर से मुंह में कपड़ा ठूंस रखा है।
URL : a muslim youth beaten up by mob allegedly for cow smuggling in rajsthan!
Keyword : Mob linching, Rajsthan, cow smuggling, congress govr, ashok gahlot, मुख्यमंत्री, वामी-कांगी मीडिया, पेटिकोट पत्रकार