अर्चना कुमारी। देश की राजधानी में एक बार फिर एक सनातनी मारा गया। करोना काल में भी दिल्ली पुलिस की कानून व्यवस्था लचर प्रतीत होती है और यही वजह है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दंगा प्रभावित रहे वेलकम इलाके में इस घटना को अंजाम दिया गया। सनद रहे कि मंगोलपुरी के रहने वाले रिंकू शर्मा की इसी साल 10 फरवरी को हत्या बेरहमी पूर्वक कर दी गई थी जबकि इससे पहले भी कई हिंदुओं की हत्या देश की राजधानी में की जा चुकी है ।
वेलकम में जिस किशोर की हत्या हुई, उसकी पहचान बल्लू (17) के तौर पर की गई आरोपी महबूब बल्लू का पड़ोसी बताया जा रहा है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि शुरूआती जांच के बाद पता चला है कि आरोपी ने बल्लू से कुछ रुपये उधार लिये थे।
मृतक ने अपने रुपये वापस मांगे तो इसी बात पर झगड़ा कर आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। लेकिन आरोपी नहीं पकड़ा जा सका है।
पुलिस का कहना है कि बल्लू अपने परिवार के साथ लोहिया गली, बाबरपुर में रहता था। इसके परिवार में पिता मनोज कुमार व अन्य सदस्य हैं। बृहस्पतिवार शाम करीब 7.00 बजे गली नंबर-26 में बल्लू मौजूद था।
इस बीच बाबरपुर में रहने वाला महबूब वहां पहुंचा। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि बल्लू ने महबूब को देखते ही उससे अपने रुपये वापस मांगे तो आरोपी ने रुपये देने से इंकार कर दिया।
इस बात पर दोनो को बीच मारपीट होने लगी। आरोप है कि इसी बीच आरोपी महबूब ने चाकू निकालकर बल्लू पर ताबड़तोड़ कई वार कर दिए। बताया जाता है कि हमले के बाद आरोपी फरार हो गया।
लॉकडाउन में इस तरह की घटना से अफरातफरी मौके पर मच गई जबकि पड़ोसी फौरन बल्लू को लेकर हेडगेवार अस्पताल भागे, जहां उसे उपचार के दौरान मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी महबूब ने बल्लू से पांच हजार रुपये उधार लिये थे ,जो अब लौटा नहीं रहा था। रुपये वापस मांगने पर आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया