टुनटुन आजाद ( इंडिया स्पीक्स डेली ) के माध्यम से सनातन हिंदुत्व के लिए एक निर्भय और सशक्त आवाज बनने, और हिंदू हितों के लिए अथक प्रयास करते रहना, छद्म हिंदुत्व के विरोध में आगे आकर बोलने के लिए आपको कोटि-कोटि साधुवाद ! कर्नाटक चुनाव के नतीजे आने के बाद मैंने आपको यूट्यूब पर सुना, आप बहुत ही व्यथित प्रतीत हो रहे थे, आपने इतनी सारी बातें जो बीजेपी और नरेंद्र मोदी के बारे में कहीं वह 100% सही था ! नरेंद्र मोदी ने बीजेपी का पूरी तरह से इस्लामीकरण कर दिया है, और भारत को इस्लामीकरण की राह पर, हम सभी लोग पीड़ा का अनुभव कर रहे हैं, कर्नाटक में बीजेपी की हार पर ! क्योंकि बीजेपी का हारने का मतलब कहीं ना कहीं हम सारे सनातनी हिंदू यह समझते हैं की,यह हिंदुओं की हार है, दरअसल यह नरेंद्र मोदी की व्यक्तिगत हार है !
गुजरात में गोधरा दंगों के बाद अनुभवहीन और बिना राजनीतिक आधार वाले नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री की गद्दी तक पहुंचाने में सबसे बड़ा योगदान कांग्रेस का है, गुजरात की राजनीतिक सत्ता पाने के लिए कांग्रेस ने मोदी को हाईलाइट किया कि वह मुस्लिम विरोधी ( हिंदुत्ववादी नेता है जो कि नरेंद्र मोदी नहीं थे ) कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी का इतना विरोध किया कि पूरे भारत में हिंदुओं को लगा कि नरेंद्र मोदी हिंदुओं का सबसे बड़ा हितेषी है, और सभी सनातनी हिंदू यह मान बैठे की नरेंद्र मोदी से बड़ा हिंदुओं का कोई नेता नहीं है ! पर गुजरात दंगों की सच्चाई यह थी कि नरेंद्र मोदी की कि सरकार कि पुलिस के द्वारा भारत के इतिहास में सबसे ज्यादा हिंदू, पुलिस की गोलियों से गुजरात दंगों में मारे गए, इतने लोग तो अयोध्या में भी पुलिस की गोलियों से नहीं मारे गए थे जिसके लिए मुलायम सिंह बदनाम था, नरेंद्र मोदी का व्यक्तित्व शुरू से ही व्यक्तिवादी रहा है, इन्होंने प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत के किसी भी बीजेपी शासित राज्य में किसी मजबूत क्षेत्रीय नेता को मुख्यमंत्री नहीं बनाया, रिमोट कंट्रोल वाले मुख्यमंत्री बनाएं ! अपवाद में यूपी में योगी आदित्यनाथ है जहां मोदी का चला नहीं, और मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान है !
आपने किसी भी प्रधानमंत्री को कभी प्रधानमंत्री का एक्टिंग करते हुए नहीं देखा होगा पर हमने नरेंद्र मोदी को ऐसा करते देखा है ! मां से मिलने जाने पर फोटो खिंचवाने लिए गाड़ी में ही बैठे रहना, केदारनाथ में पुजारी को सामने से हटाना, तरह तरह के कपड़े पहन कर ढोंग करना ! कहीं ना कहीं नरेंद्र मोदी में भारत के प्रधानमंत्री वाला आत्मविश्वास नहीं दिखता है, मेरा अभिप्राय आप समझ रहे होंगे, हम लोगों ने यह समझा कि यह व्यक्ति भारत की लोकसभा में 300 से अधिक प्रतिनिधियों को लेकर आया है तो भारत के इस्लामीकरण को रोकेगा, हिंदू राष्ट्र,हिंदू हित और भारत का पुरातन गौरव लौट आएगा !
पर यह तो कांग्रेस से भी घातक निकला, मैं आपको स्पष्ट कर दूं मैं इस बात को मानता हूं भारत का बंटवारा जो है कि हिंदू और मुसलमान के नाम पर हुआ है, और वह 1947 का सच आज भी यथावत है ! मैं मैंने लोगों से हमेशा कहता हूं मैं अन्य सनातनी भाइयों से भी हमेशा कहता हूं, कि भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करना चाहिए, हिंदू राष्ट्र से कम कुछ नहीं ! कुछ बुद्धिजीवी लोग इस बात को कहने में डरते हैं, संकोच करते हैं पर सच्चाई यही है 1947 में इस देश का बंटवारा ही हिंदू-मुसलमान के नाम पर हुआ था, तो भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना ही होगा ! हमें अपनी वर्तमान और भावी पीढ़ियों को यही संदेश देना है, गांधी नेहरू और कांग्रेस ने हिंदुओं को धोखा दिया है, भारत को हिंदू राष्ट्र होना चाहिए था !
भारत का अस्तित्व ही हिंदू राष्ट् है, और हम भारत को हिंदू राष्ट्र करके रहेंगे ! और यह हम हिंदुओं का जन्मसिद्ध अधिकार है नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस द्वारा अपने ऊपर लगे आरोपों से बचने के लिए मुसलमानों का विश्वास जीतने के लिए इसने पूरे बीजेपी और भारत को इस्लामीकरण की राह में झोंक दिया है, बीजेपी पहली बार भी जब अटल बिहारी बाजपेई की सरकार सत्ता में आई थी, तो उसने भी हिंदुओं के लिए कुछ नहीं किया था ! पर नरेंद्र मोदी ने इस्लामीकरण की राह में वह कर दिया जो कांग्रेसी 60 साल में भी नहीं कर पाए थे , नरेंद्र मोदी को मैं नरेंद्र ढोंगी कहता हूं ! मोदी को भ्रम हो गया है, कि वह भारत के इतिहास का सबसे बड़ा राजनीतिक नेता बन चुका है ! और मोदी ने अपनी छवि को बेदाग रखने के लिए हिंदुत्व और सनातन भारत को इस्लामीकरण करने के दांव पर लगा दिया है !
नरेंद्र मोदी ने अपने स्वार्थ और राजनैतिक नासमझी के कारण पूरे भारत को राजनैतिक अस्थिरता की तरफ भी धकेला है, कभी यह कहना कि मैं दलित हूं , भीमराव अंबेडकर ने संविधान बनाया अगर वह ना होते तो संविधान नहीं होता ! जरूरत से ज्यादा अंबेडकर का गुणगान करने से भीम आर्मी जैसे संगठनों का उदय हुआ, और अब वे कहते हैं कि वह हिंदू नहीं है, और मेरा तो मानना है कि भीमराव अंबेडकर का भारत की आजादी में कोई योगदान नहीं है ! और अंबेडकर ने सबसे ज्यादा आघात हिंदुत्व पर पहुंचाया है, दलितों को हिंदुत्व के विरुद्ध खड़ा करके और बौद्ध धर्म धारण कर – करा के ! अंबेडकर को संविधान सभा में, नेहरू ने सिर्फ इसलिए रखा था, क्योंकि वह दलितों नेता और प्रतिनिधि रूप में दिखे !
हिंदुत्व भारत के लिए राष्ट्रीयत्व तो है ही, और अगर हिंदुत्व पूरे विश्व में हो तो विश्वत्व भी है, तभी हम कहते हैं, वसुधैव कुटुम्बकम् ( धरती ही परिवार है ) तभी आज पूरे विश्व के सभी बड़ी कंपनियों के पदाधिकारी हिंदू हैं, यहां तक की ऋषि सुनक जो कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री है उनमें भी उनका हिंदूू होना बड़ी वजह है ! यह भरोसा है हिंदुत्व पर पूरे विश्व का हिंदुत्व होने से ही भारत धर्मनिरपेक्ष हो सकता है ! हमारा हजारों साल का भारतीय इतिहास यही बता रहा है सिकंदर के सेनापति सेल्यूकस की पुत्री से चंद्रगुप्त ने विवाह कर हजारों सिकंदर के सैनिकों को प्राचीन मगध वर्तमान में ( बिहार )में बसाया, हमने यहूदियों को, पारसियों को आश्रय दिया, और मुसलमानों को भी हमने पाकिस्तान और बांग्लादेश दे दिया है ! अब और बर्दाश्त नहीं कर सकते ! निष्कर्ष यह है की भारत को हिंदू राष्ट्र होना ही चाहिए ! हिंदू राष्ट्र हम सनातनी हिंदुओं का जन्मसिद्ध अधिकार है !
यह सारी बातें मैं आपको इसलिए लिख रहा हूं की सोशल मीडिया पर आप अपनी बातों को बहुत ही प्रखर और सशक्त हो कर रखते हैं, आपके जैसा कोई नहीं है, जो इतना निर्भीक होकर बोलता हो, और मुझे लगता है कि आप मेरी मन की बातें ही कह रहे हैं, इसलिए आपसे परिचय ना होने के बावजूद भी, विचारों के मेल के कारण यह सारी बातें आपको लिख रहा हूं !
वंदे मातरम