लखनऊ IS आतंकवादी सैफुल्लाह के ATS के साथ मुठभेड़ में मारे जाने के बाद के बाद जहाँ कांग्रेस के नेता आतंकवादी की पैरवी करते नजर आ रहे हैं! वहीं जाने माने वकील और दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय से जब हमने इस विषय पर बात की तो आतंकवादियों की पैरवी करने वाले तमाम नेताओं को आइना दिखाते हुए कहा कि “आतंकवादी का कोई धर्म नहीं होता है इसलिये लखनऊ की हाजी कॉलोनी में मारे गये आतंकवादी को दफनाने की बजाय विद्युत शवदाह गृह में जला देना चाहिये”!
अश्विनी उपाध्याय ने आगे कहा कि “इस आतंकवादी की किसी भी धार्मिक रीतिरिवाज से अंतिम संस्कार करने की जरूरत नहीं हैं! भारत माता की एक इंच जमीन का टुकड़ा इस आतंकवादी को देना भारत माता का अपमान हैं”। ज्ञात हो की मध्यप्रदेश में एक ट्रेन में हुए धमाके के बाद हरकत में आयी एमपी पुलिस की धर-पकड़ के बाद इस घटना के तार लखनऊ में रह रहे आतंकी सैफुल्लाह से जुड़े हुए पाए गए। ATS टीम ने लखनऊ,ठाकुरगंज के एक मकान में रह रहे सैफुल्लाह के घर दबिश की और उसे आत्मसमर्पण करने को कहा किन्तु सैफुल्लाह ने आत्मसमर्पण करने से मना कर दिया और गोलीबारी शुरू कर दी। लगभग 11 घंटे चली इस मुठभेड़ में अंत में सैफुल्लाह को मार गिराया गया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने लखनऊ में हुई मुठभेड़ को नोटबंदी से जोड़ते हुए बीजेपी पर आरोप लगते हुए कहा कि बीजेपी के अनुसार तो नोटबंदी के बाद तो आतंकवाद ख़तम हो जाना चाहिए था! यह सोचनीय विषय हैं कि क्यों मुस्लिम युवक ISIS की तरफ आकर्षित होता हैं!