अर्चना कुमारी जेल में भी अब हिंदू सुरक्षित नहीं है। एशिया की सबसे सुरक्षित कही जाने वाली तिहाड़ के डीजी सतीश गोलचा बने है लेकिन जेल में फिर कैदियों के बीच में खूनी झड़प हुआ।
इसमें एक कैदी की हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान दीपक के रूप में हुई है, वह दिल्ली के शकूरपुर दिल्ली का रहने वाला था और हत्यारा विदेशी मलेक्ष अब्दुल है। दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने दीपक को मृत घोषित किया।
उसके छाती पर नुकीली चीज यानी से वार किया गया था। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था।इसी जेल में दिल्ली के सीएम केजरीवाल समेत कई अन्य कैद है लेकिन यहां की सुरक्षा राम भरोसे चलती है।
ताजा मामले में पुलिस को हॉस्पिटल से कैदी की हत्या ही जानकारी मिली थी। यह वारदात तिहाड़ के जेल नंबर तीन में शुक्रवार दोपहर 12:30 बजे के आसपास हुआ । दीपक अंडर ट्रायल कैदी था, 2018 में पश्चिम विहार थाना में दर्ज हत्या के मामले में यह गिरफ्तार होकर तिहाड़ जेल में बंद था।
इस मामले की एक जांच मजिस्ट्रेट के द्वारा की जा रही। शुरुआती पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि दीपक पर कई कैदियों ने अचानक हमला किया था।
जेल के अंदर बनाए गए मेटल के नुकीले हथियार से दीपक पर हमला किया गया। एक आरोपी की पहचान अब्दुल बशीर के रूप में हुई है, जो मूलत अफगानिस्तान का रहने वाला है। वह लाजपत नगर थाना के 2019 में दर्ज हत्या के प्रयास के मामले में जेल में बंद है।
पुलिस ने हत्या के इस मामले में मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच कर रही है। अभी तक इस मामले में कोई गैंगवार का मामला सामने नहीं आया है। मृतक दीपक जेल नंबर 3 में सेवादार के रूप में काम करता था।
आरोपी में और मृतक के बीच में सुबह खाना को लेकर विवाद हुआ और जिसकी वजह से बाद में आरोपी ने इस पर जानलेवा हमला कर दिया।सूत्रो ने दावा किया दीपक के सीने में चाकू मारा गया। हत्यारा अब्दुल बशीर अखोंदजादा, उम्र 44 वर्ष उर्फ समीर पुत्र अब्दुल वाहिद अखोंदजादा निवासी सीढ़ी/फुटपाथ के पास ई-104, लाजपत नगर मूल तौर पर अफगानिस्तान का नागरिक है।
उसका साथ अन्य मुस्लिम कैदियों ने दिया। कथित आरोपी और मृतक के बीच भोजन को लेकर कुछ विवाद हुआ (मृतक सेवादार के रूप में काम करता था)।