आईएसडी नेटवर्क। क्रूज़ ड्रग्स केस इतना अधिक चर्चित हो चुका है कि उससे टीवी चैनलों को मिल रही टीआरपी देश में घट रही सभी घटनाओं से बहुत अधिक है। फिल्म अभिनेता शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन खान की ज़मानत याचिका शुक्रवार को ख़ारिज कर दी गई है। अब ये तय हो गया है कि अभिनेता पुत्र को कम से कम दो दिन और जेल में काटने पड़ेंगे।
आर्यन को अन्य पांच कैदियों के साथ बैरक नंबर एक में रखा गया है। ज़मानत याचिका की अर्जी को लेकर न्यायालय ने बहुत सख्त रुख अपनाते हुए पूछ लिया कि ऐसा कोई कारण बताइये कि हमें ये याचिका सुननी चाहिए। आर्यन खान के वकील ने कहा कि ऐसे गैर जमानती मामलों में आपके पास ज़मानत देने की शक्ति है। हालांकि आर्यन खान के वकील की एक न चली और आर्यन को अन्य आरोपियों के साथ आर्थर रोड जेल भेज दिया गया।
ये समाचार भी आ रहे हैं कि शाहरुख़ के व्यस्तम व्यवसायिक जीवन पर इस केस का बुरा प्रभाव पड़ रहा है। हाल ही में उनकी अजय देवगन के साथ एक विज्ञापन की शूटिंग का शेड्यूल था। अजय देवगन उनकी प्रतीक्षा करते रह गए लेकिन शाहरुख़ नहीं पहुंचे और शूट उनके बिना ही पूरा करना पड़ा। मजिस्ट्रेट कोर्ट में आर्यन के वकील सतीश मानशिंदे ने अग्रिम ज़मानत की याचिका दी थी लेकिन न्यायालय ने कहा कि उनको इसके लिए सेशन कोर्ट जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि सेशन कोर्ट से ज़मानत की प्रक्रिया में समय लग जाता है। ऐसे मामलों में कभी-कभी बीस दिन तक ज़मानत नहीं मिल पाती। चूँकि एनडीपीएस एक्ट के नियम बहुत कठोर है, इसलिए ज़मानत मिलने में समस्या होती है। आर्यन खान उस जेल में रह रहा है, जहाँ संजय दत्त, कसाब और अबू सालेम जैसे अपराधियों को रखा गया था।
इधर बॉलीवुड से आर्यन खान के समर्थन के लिए बहुत आवाजे उठ रही हैं लेकिन नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की पीठ कोई नहीं थपथपा रहा है, जिसकी सजगता से एक बड़े गिरोह का पता चला है। एनसीबी के सूत्रों से पता चला है कि आर्यन और उसके साथियों की चैट में बार-बार फुटबाल शब्द का ज़िक्र आया है। एनसीबी के अनुसार फुटबाल एक कोडवर्ड है। केंद्रीय एजेंसी के अनुसार फुटबाल शब्द का प्रयोग ड्रग्स की एक बड़ी खेप के लिए किया गया था।