सारा कुमारी । अभी हाल ही में एक मूवी आई थी, कश्मीर फाइल्स, हिंदू जनता ने इस मूवी को हाथो हाथ लिया था, और बगैर मार्केटिंग के ही इस मूवी को सुपरहिट करा दिया था। लोग इस मूवी से किस तरह जुड़ाव महसूस कर रहे थे, इसके कई कई वीडियो भी देखें, जहां लोग सिनेमाघर से निकलते हुए, फूट फूट कर रो रहे थे।
उसी मूवी का एक डायलॉग जो सबसे ज्यादा प्रचलित हुआ, “क्या हुआ सरकार तुम्हारी है, परन्तु ये सिस्टम तो हमारा हैं,” ऐसा नहीं है की किसी को भी इस कथन में की जा रही बात का महत्व नहीं पता था, परन्तु हां फिर भी कह सकते है, कि आम बोल चाल में, आम लोगों में ये बात गहराई के साथ पहुंची।
हिंदुओं को समझ आया कि हम कहां पर lack कर रहे हैं, बुद्धिजीवियों को तो इस बात का एहसास था, परंतु अब सामान्य व्यक्ति भी मानने लगा की हमारा भी eco system होना चाहिए जैसे, ईसाई मिशनरियों या मुस्लिमों का हैं।
क्योंकि भले ही केंद्र सरकार को हिंदुओं ने हो बहुमत के साथ सत्ता में बिठाया हों, वो पता नहीं, inferiority complex की वजह से, विदेशों से सर्टिफाइड होने की वजह से या स्वयं के नेताओं के पर्सनल बेनिफिट की वजह से, तुरंत अपने कोर वोटर को छोड़ कर, अभ्रहिमिको को खुश करने में लग गईं। ब्यूरोक्रेट, मीडिया और ज्यूडिसरी का तो शुरू से ही ये हाल रहा है, वो देश के लिए कम विदेशी आकाओं के लिए ज्यादा काम करते है।
ऐसे में आम हिंदुओं ने ये बीड़ा उठाया की, बगैर सरकार की मदद के, बिना पूंजी पतियों की सहायता के, आम जन, अपने गिलहरी प्रयास से, जी हां ठीक वैसे ही जैसे प्रभु श्री राम के लिए, राम सेतु का निर्माण हुआ था, एक एक ईट जोड़ कर कुछ SM platform खड़े किए गए, आम लोगों ने कॉविड और कमाई में आई कमी के बाबजूद, जोड़ जोड़ कर पैसे दिए, और इन कई यूट्यूबर्स को खड़ा किया, इनमे से ज्यादातर का मीडिया का बैकग्राउंड भी नही था, फिर भी उनकी छोटी छोटी गलतियों को नजरंदाज करते हुए उन्हें सुना, उन्हे एक मुकाम तक पहुंचाया, उनकी अनुनय थी की, दिनरात इस काम में लगे हैं, नौकरी छोड़ कर, तो आम हिंदुओं का फर्ज बनता है की उनका घर बार सही प्रकार से चलता रहें, बच्चें स्कूल जाते रहे।
हिंदुओं ने अपनी छोटी सी सैलरी से निकाल निकाल कर, एक साथ कई कई सब्सक्रिप्शन लेकर इनको मजबूत बनाया। ताकी हिंदुओं की बात भी दूर दूर तक पहुंच सकें, और मजबूत बनते ही इन्होंने क्या किया, ठीक बीजेपी की तरह अपने कोर वोटर के साथ छल किया।
अब आप कहेंगे यदि छल किया, या अभी भी कर रहे है तो इन्हे छोड़ दो, मत जाओ इनके पास, बस यहीं पर आपको समझना होगा,आम आदमी 80% जनता, इतनी चतुर्बुद्धि नही होती हैं, इसलिए गली गली, नुक्कड़ नुक्कड़ चर्च और मस्जिद बनाई जाती हैं, और आज पास के लोगो को सप्ताह में एक बार आना अनिवार्य होता हैं, वहां उनके पादरी और मौलवी उनके समझाते हैं, सरकार की नीतियों के बारे में, सरकार पर किस प्रकार दबाव बनाया जाए, कैसे आसपास के छोटे छोटे कारोबार पर कब्ज़ा जमाया जाए आदि आदी।आम आदमी अपनी समझ से ये सब नहीं समझ पाता है, कोई समझाने वाला होना चाहिए।
ऐसे ही कर्तव्य का निर्वाहन हिंदुओं में भी चाहिए था, जो आम जनता को जो रोजी रोटी कमाने में व्यस्त है, सरकारी स्कीम और उनके क्रियानवहन में इतना दिमाग नही लगा सकता उसको गाइड करते और यदि हमारे हित मे काम नही हो रहा तो कैसे सरकार पर दबाव बनाया जाए।
इसलिए सभी उन भाई बहनों से विनती है जो समझ चूके है की इन यूटीबर्स ने यूटर्न ले लिया हैं, हमारे समाज को गाइड करने की बजाय दिग्भ्रमित कर रहे हैं, उनको ऐसे ही ना छोड़ा जाए, उनसे सवाल किया जाए, उनको एहसास दिलाया जाए कि वो ऐसा नहीं कर सकते, उनकी ” जवाबदेही “सुनिश्चित हों।
अन्यथा ऐसे ही आप पैसे लगाते रहेगें, लोगों को ऊपर पहुंचाते रहेंगेें , फिर भी हिंदू हित के कार्य कभी नही होंगे, ऊपर चढ़ते ही, सब धोखा दे देंगे, इस ट्रेंड को यहीं रोका जाना चाहिए। इसको fullstop लगाना होगा, यदि जवबदेही नहीं तय करेंगे तो यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहेगा, ना कभी हमारी सरकार बनेगी न कभी हमारा कोई भी कार्य हो पायेगा, यदि भविष्य उज्जवल चाहिए तो किसी सरकार से अपना काम लेना तो आज इन छोटे YouTubers से शुरुवात करनी होगी। अपनी क्षमता से प्रतिकार करे।
जय हिन्द जय भारत