आईएसडी नेटवर्क। बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में सैनिकों की मौत का सिलसिला थमा नहीं है। बुधवार को चार सैनिकों की मौत के बाद रात को एक और सैनिक की मौत हो गई। सूत्रों के अनुसार सैनिक से हथियार तैयार करते समय गोली चल गई और उसकी मौत हो गई। गौरतलब है कि बुधवार तड़के बठिंडा सैन्य स्टेशन पर गोलीबारी के बाद चार सैनिक मारे गए थे। शुरुआती जाँच में पाया गया कि दोनों घटनाओं में कोई साम्य नहीं था।
बुधवार की सुबह लगभग 4.30 बजे हुई फायरिंग के बारे में कुछ प्रारंभिक जानकारियां सामने आई है। सेना के मेजर ने इस मामले में बठिंडा पुलिस में एफआईआर करवाई थी। एफआईआर में घटना की पूरी जानकारी दी गई है। बताया जा रहा है कि सैन्य स्टेशन में दो हमलवारों ने प्रवेश किया था। ये दोनों कुर्ता-पायजामा पहने थे और मुंह ढंका हुआ था। जब गोलीबारी शुरु हुई तो अन्य अफसर घटनास्थल पर पहुंचे। यहाँ उन्हें चार सैनिक खून से लथपथ अपने कमरे में पड़े दिखाई दिए।
इन दो हमलावरों में से एक के हाथ में इन्सांस राइफल थी और दुसरे ने एक कुल्हाड़ी ले रखी थी। बताया जा रहा है कि यूनिट के लांसनायक हरीश के नाम पर अलॉट की गई इन्सांस राइफल बीती 9 अप्रैल को गुम हो गई थी। मारे गए सैनिकों के नाम सागर बन्ने, योगेश कुमार, संतोष कुमार नागराल और कमलेश आर हैं। इनमे दो सैनिक तमिलनाडु और दो कर्नाटक के थे। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों पर हत्या और आर्म्स एक्ट का केस दर्ज किया है।
चार सैनिकों की मौत का शोर थमा भी नहीं था कि गुरुवार सुबह एक और सैनिक की संदिग्ध मौत की खबर आ गई। चार सैनिको की मौत के बाद बुधवार रात यूनिट के ऑफिस के पास एक सैनिक की मौत हो गई। तेजस लहुराज नामक इस सैनिक के सिर में गोली लगी है। तेजस गॉर्ड की ड्यूटी पर तैनात किया गया था। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। अब इस बात की जाँच हो रही है कि सैनिक को गोली कैसे लगी।
अब तक इस बारे में अलग-अलग जानकारी सामने आ रही है। ये पता नहीं चल पा रहा कि तेजस ने आत्महत्या की या उससे गलती से गोली चल गई या उसे किसी ने निशाना बनाया था। बुधवार रात चार सैनिकों के पोस्टमार्टम कर लिए गए थे। विगत 24 घंटे में पंजाब सरकार या केंद्र की ओर से इस मामले को लेकर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।