आईएसडी नेटवर्क। फिल्म निर्देशक संजय पूरण सिंह चौहान की फिल्म ’72 हूरें’ आगामी 7 जुलाई को रिलीज होने जा रही है। ‘द कश्मीर फाइल्स’, ‘द केरल स्टोरी’ के बाद ’72 हूरें’ को भी प्रोपोगेंडा फिल्म कहकर प्रचारित किया जा रहा है। टीजर को देखकर लग रहा है कि फिल्म का विषय ‘सुसाइड बॉम्बिंग’ पर आधारित हो सकता है। सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर माहौल गर्म हो गया है। संभव है कि फिल्म को लेकर एक बार फिर वैसी ही न्यायिक लड़ाई देखने को मिले, जैसी ‘द केरल फाइल्स’ के समय देखने में आई थी।
’72 हूरें’ को संजय पूरण सिंह ने निर्देशित किया है। फिल्म में यह दिखाने की कोशिश की जाएगी कि किस प्रकार आतंकियों को ट्रेनिंग के दौरान यह विश्वास दिलाया जाता है कि मरने के बाद जन्नत में उनकी सेवा 72 कुंवारी लड़कियां करेंगी। संजय पूरण सिंह ने फिल्म के बारे में मीडिया से बात करते हुए बताया कि
‘आम लोगों को धीरे-धीरे दिया जा रहा दिमाग़ी ज़हर उन्हें आतंकवादी बना रहा है। ये आत्मघाती हमलावर भी हमारी तरह ही साधारण परिवारों से ताल्लुक रखते हैं, जो आतंकी आकाओं द्वारा दिखाए गये ग़लत रास्तों व ब्रेनवॉशिंग की बलि चढ़ जाते हैं और फिर ख़ूंखार आतंकवादी में तब्दील हो जाते हैं। 72 हूरों की ख़ुशफ़हमी के चलते वो बर्बादी के रास्ते पर चल पड़ते हैं और फिर उनका अंजाम बहुत ही दर्दनाक होता है। हमें ये समझने की ज़रूरत है कि बड़े पैमाने पर लोगों को बरगला कर उन्हें आतंकवाद के रास्ते पर ले जाया जा रहा है। ऐसे में अब आतंकवाद की जड़ों को खोजने और उसे समूल रूप से नष्ट करना बेहद जरूरी हो गया है।

‘ ’72 हूरें’ को सन 2019 में ही शुरु कर दिया गया था। फिल्म में पवन मल्होत्रा और आमिर बशीर की मुख्य भूमिकाएं हैं। फिल्म निर्माता गुलाब सिंह तंवर और अशोक पंडित हैं। अशोक पंडित ने इस बारे में कहा कि ‘ यह फ़िल्म लोगों को समाज में मौजूद कुछ अजीबो-ग़रीब किस्म की कुरीतियों पर प्रहार करती है और बताती है कि कैसे आम लोगों को गुमराह करने के लिए इन्हें समाज में बढ़ावा दिया जाता है।’