हिंदू नफरती तौकीर रजा की बहु निदा खान भाजपा में बुर्का पहन कर आ रही है, जिस बुर्के के खतरे को समझते हुए उसके विरुद्ध फ्रांस, स्विटरजरलैंड सहित पूरा यूरोप कानून बना रहे या उस पर विमर्श कर रहे हैं।
बुर्के का खतरा पूरे देश और समाज पर है, तीन तलाक का खतरा केवल उनके समाज पर था। प्रगतिशीलता टोटलिटी में आती है, टुकड़ों में नहीं!
‘मुर्गी मानसिकता’ के हिंदुओं से अनुरोध है कि M महिलाओं को लेकर वीर सावरकर द्वारा ‘छह स्वर्णिम पृष्ठ’ में लिखे को पढ़ें। आज भी LJ में हिंदू लड़कियों की M सहेली ही मुख्य भूमिका अदा कर रही हैं।
भाजपा एक राजनैतिक पार्टी है, उसकी मजबूरी हो सकती है, परंतु आपकी क्या मजबूरी है कि सच देखने, समझने की जगह खुलकर अपनी ही मूढ़ता का ढोल पीटने लगते हो!
अरे आईना दिखाओगे तभी हिंदुओं की पार्टी हिंदुओं की बनी रहेगी, अन्यथा कभी कांग्रेस को भी हिंदू पार्टी कहा जाता था, और बाद में वह ‘विभाजनकारी’ निकली!
भाजपा भी यदि ‘हरा तुष्टीकरण’ की पार्टी बनती है तो दोष भाजपा से अधिक ‘मुर्गी मानसिकता’ वाले ‘सरकारी हिंदुओं’ को जाएगा!
अपनी पार्टी को अपने लाईन पर रखना सीखो। 2014 में 17 करोड़ से बढ़कर 2019 में 23 करोड़ लोगों ने भाजपा को वोट किया। आखिर इन वोटरों में कितने ‘M’ थे?
दोष राजनीतिक पार्टी से अधिक हिंदुओं का है, जो नेताओं को अपने पीछे चलाने की जगह, उनके पीछे चल कर ही अपना अस्तित्व मिटाते चले जा रहे हैं। गांधी से लेकर आज तक पिछलग्गू ही बने हुए हो तुम, जबकि ‘हरे टिड्डे’ तुम से कम संख्या में होकर भी उनको हांकने वाले की भूमिका में रहे! जागो!
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