आईएसडी नेटवर्क। दो दिन पूर्व एक अंग्रेज़ी अखबार ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ के एक कार्यक्रम में अभिनेता अक्षय कुमार और अभिनेता राम चरण तेजा ने सवाल-जवाब के दौर में एक स्वर में कहा कि फिल्म उद्योग को पुनः पटरी पर लाने के लिए रीथिंक फार्मूले पर काम करना होगा। अक्षय कुमार ने स्वीकार किया है कि बॉलीवुड की फ़िल्में न चलने के पीछे स्वयं बॉलीवुड दोषी हैं, न कि दर्शक।
अंग्रेज़ी अखबार ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ के इस कार्यक्रम में अक्षय कुमार से सवाल किया गया कि कोरोना के बाद से ही बॉलीवुड की फ़िल्में लगातार पिटती चली जा रही है, इसका क्या समाधान हो सकता है। कार्यक्रम की एंकर ने पूछा कि ऐसा क्या कारण है कि कुछ भी नहीं चल रहा है। अक्षय कुमार ने कहा कि दर्शक कुछ अलग कुछ नया देखना चाहते हैं। फिल्मे नहीं चल रही है तो ये हमारी गलती है, दर्शकों की नहीं।हमें उन्हें वह देना चाहिए, जो वे चाहते हैं। हमें बैठकर फिर से सोचना होगा।
उन्होंने कहा कि अब तक जो भी हमने बनाया है, उसे साइड में रख देना चाहिए। हमें फिर से शुरु करना चाहिए और फिर से फिल्मों को लेकर नई सोच बनानी चाहिए। अक्षय ने कहा ‘मैं अब बिलकुल ही अलग ढंग से शुरुआत करना चाहता हूँ। दर्शकों से बात कीजिये और समझने की कोशिश कीजिये कि वे क्या चाहते हैं।’
अक्षय ने कहा कि महामारी के बाद दर्शकों की सोच बहुत ही तेज़ी से बदल गई। अक्षय ने बॉलीवुड को ये इशारा कर दिया कि मार्केट फिर से बहाल करने के लिए कीमते कम करना ज़रुरी हो गया है। अक्षय ने कहा कि वे अपनी फीस तीस से चालीस प्रतिशत कम करने जा रहे हैं। उन्होंने ये बात फिल्म निर्माताओं, अन्य कलाकारों और थियेटर्स को भी कही।
उन्होंने कहा मंदी के इस दौर में लोगों के पास मनोरंजन पर खर्च करने के लिए सीमित पैसा है और ये बात हमें भी समझनी चाहिए। इस कार्यक्रम में फिल्मों के महंगे टिकट और महंगे पॉपकॉर्न-समोसे पर सवाल हुए। इस पर तेलुगु सुपरस्टार राम चरण ने कहा कि दक्षिण भारत में भी यही हाल है। उन्होंने कहा कि अच्छे विषय और अच्छी स्क्रिप्ट वाली फ़िल्में ही चलती है। इस बात पर दोनों सुपरस्टार सहमत थे कि फिल्म मेकिंग, कलाकारों की फीस, डिट्रिब्यूशन और समोसा-पॉपकॉर्न सस्ता होना चाहिए।