मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक शहर इलाहाबाद का नाम प्रयागराज करने की घोषणा कर मंगलवार को मंगल कर दिया। यूपी कैबिनेट ने मुख्यमंत्री योगी की मौजूदगी में यह घोषणा की इस घोषणा के साथ ही इलाहाबाद अब आधिकारिक रूप से प्रयागराज हो गया। हालांकि योगी आदित्यनाथ सरकार के इस कदम की मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी समेत कई विरोधी दलों ने आलोचना की है। लेकिन किसी की आलोचना में तर्कसंगत नहीं रही। क्योंकि इससे पहले सपा और बसपा की सरकारों ने अपने हिसाब से शहरों और जिलों का नाम बदलती रही है। वैसे भी इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने की मांग काफी दिनों से की जा रही थी।
मुख्य बिंदु
* कई और शहरों और सड़कों का नाम बदल कर विगत में हुई गतली को सुधारेगी योगी सरकार
* सत्ता में आते ही 8 जिलों का नाम बदलने वाले पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने की आलोचना
* कांग्रेस ने इलाहाबाद का नाम बदलकर उसकी ऐतिहासिकता कम करने का लगाया आरोप
समाजवादी पार्टी आज #इलाहाबाद का नाम #प्रयागराज करने का विरोध कर रही है, जबकि 2012 में जब @yadavakhilesh मुख्यमंत्री बनें तब सबसे पहला काम उन्होंने 8 जिलों का नाम बदलने का किया था l यहाँ तक कि बाबा साहेब अम्बेडकर के के नाम पर चल रही योजनाओं का नाम भी बदल दिया गया l
— Ashok Shrivastav (@ashokshrivasta6) October 15, 2018
जब योगी सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदल कर प्रयागराज किया है तो समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह ने इसका विरोध किया है। जबकि जब अखिलेश यादव 2012 में यूपी के मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने सबसे पहले 8 जिलों का नाम बदल दिया था। ध्यान रहे कि ये वही नाम थे जिन्हें मायावती के नेतृत्व वाली बसपा सरकार ने बदला था। अखिलेश यादव ने तो अंबेडकर के नाम पर चल रही योजनाओं का नाम तक बदल कर रख दिया था। तभी तो इस विषय पर हो रही बहस के दौरान सपा के प्रवक्ता अनुराग भदोरिया को दो टूक प्रोग्राम को बहस से भागना पड़ा।
यूपी सरकार की आलोचना कांग्रेस ने यह कहते हुए की है कि नाम बदलना स्वतंत्रता संग्राम के दौरान इलाहाबाद के दिए योगदान को कम करना होगा। कांग्रेस को कौन समझाए कि इलाहाबाद नाम मुगलों का दिया हुआ है, उससे पहले इस शहर का नाम प्रयाग ही था। इसलिए अभी तक लोग उसे प्रयाग ही कहते आ रहे हैं। योगी सरकार ने तो इलाहाबाद की पुरानी अस्मिता के साथ उसका पुराना नाम लौटाया है।
गौरतलब है कि पिछले शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद का दौरा किया था तो उन्होंने बताया था कि इस ऐतिहासिक शहर का नाम बदलने का प्रस्ताव आया था। वही इलाहाबाद का नाम बदल कर प्रयागराज करने के बाद हो रही आलोचनाओं के बारे में यूपी के ऊर्जा मंत्री तथा यूपी सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वे अतार्किक तथा निराधार हैं। जरूरत और मांग के हिसाब से किसी भी शहर का नाम बदलना सरकार का अधिकार है। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार अभी और कई शहरों और सड़कों के नाम बदलने वाली है। शर्मा ने कहा जो गलती विगत में की जा चुकी है हमारी सरकार उसे सुधार कर रहेगी।
URL: Allahabad is now prayagraj yogi adityanath government officially renames
Keywords: Allahabad, Prayagraj, Yogi Adityanath, Allahabad renamed, Allahabad new name, Uttar Pradesh government, इलाहाबाद, प्रयागराज, योगी आदित्यनाथ, इलाहाबाद का नाम बदला, इलाहाबाद का नया नाम, उत्तर प्रदेश सरकार