अर्चना कुमारी। आम आदमी पार्टी का सबसे विवादित चेहरा और कथित मुस्लिम नेता अमानतुल्लाह खान को एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी से पहले एंटी करप्शन ब्यूरो ने अमानतुल्लाह खान के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी ,जिसमें लगभग चौबीस लाख रुपए नगद तथा पिस्टल व कारतूस आदि जप्त किया गया।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के घोटाले को लेकर जांच में शामिल होने के लिए अमानतुल्लाह खान को शुक्रवार को 12 बजे पूछताछ के लिए नोटिस दिया गया था लेकिन नोटिस मिलने के बाद अमानतुल्लाह खान ने बताया कि वह जुमे की नमाज के बाद ही जांच में शामिल होंगे। उन्होंने नया कार्यालय खोला है इसलिए उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है लेकिन पुलिस सूत्र बताते हैं कि गिरफ्तारी से पहले अमानतुल्लाह खान से करीब 5 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने जांच के दौरान पुलिस को कोई सहयोग नहीं दिया।
इसके बाद उनके तथा करीबियों के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई। इनमें विधायक के घर सहित दिल्ली के जामिया, ओखला, गफूर नगर में छापेमारी की गई। विधायक के करीबी हामिद अली तथा कौसर इमाम सिद्दीकी के घर से नगदी तथा अवैध हथियार मिला, जिसके बाद विधायक की गिरफ्तारी सुनिश्चित की गई। इस दौरान जामिया में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ-साथ अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को भी तैनात किया गया । बताया गया है कि छापेमारी में विदेशी पिस्टल ब्रेटा, कारतूस और 24 लाख रुपए बरामद हुए ।
जांच में पता चला कि पिस्टल का लाइसेंस नहीं है और इस बारे में पूछे जाने पर बताया गया कि ये पिस्टल अमानतुल्लाह के बिजनेस पार्टनर हामिद अली के घर से बरामद किया गया । अपनी गिरफ्तारी पर अमानतुल्लाह खान ने कहा सच को कभी आंच नहीं आती है, याद रखिएगा। मुझे इस देश के संविधान और न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। सूत्र बताते हैं दिल्ली वक्फ बोर्ड घोटाले को लेकर कुछ दिनों पहले एंटी करप्शन ब्यूरो ने उपराज्यपाल को अमानतुल्लाह खान के अध्यक्ष पद से हटाने की मांग की थी ताकि उनके विरुद्ध भ्रष्टाचार की जांच सही ढंग से हो पाए ।
एंटी करप्शन ब्यूरो ने उपराज्यपाल को लिखे पत्र में अमानतुल्लाह खान को घोषित अपराधी बताते हुए कहा था कि इसके खिलाफ 23 आपराधिक केस दर्ज हैं और इनमें से दो केसों का ट्रायल चल रहा है जबकि विधायक के पद पर रहते हुए उसके खिलाफ घोटालों की जांच सही ढंग से नहीं हो सकती है। इसके अलावा एंटी करप्शन ब्यूरो ने कहा था कि विधायक अमानतुल्लाह खान बेहद आक्रामक स्वभाव के हैं तथा उनके इस व्यवहार के चलते कोई गवाह खुलकर जांच में सहयोग नहीं कर पा रहा है।
अमानतुल्लाह खान पर वक्फ बोर्ड के बैंक खातों में वित्तीय गड़बड़ी’, वक्फ बोर्ड की संपत्तियों में किरायेदारी का निर्माण, वाहनों की खरीद में भ्रष्टाचार और दिल्ली वक्फ बोर्ड में सेवा नियमों में उल्लंघन करते हुए 33 लोगों की अवैध नियुक्ति के आरोप हैं। इन्हीं आरोपों के चलते जनवरी 2020 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के विभिन्न प्रावधानों के तहत केस दर्ज किया था।
अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता कपिल मिश्रा का कहना था कि मिले हथियारों के दिल्ली दंगों से कनेक्शन की जांच जरूरी हैं। उनके अनुसार अरविंद केजरीवाल गैंग दिल्ली में अपराध, माफिया और कमीशन की सरकार चला रहा। पुलिस सूत्र बताते हैं कि एंटी करप्शन ब्यूरो में कोई लॉकअप नहीं है ,इस वजह से सिविल लाइंस थाने में विधायक को रात भर रखा जाएगा। इसके बाद शनिवार सुबह उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
इस बीच विधायक के करीबी समर्थकों के द्वारा गड़बड़ी फैलाने की आशंका के मद्देनजर जामिया नगर और ओखला इलाके में भारी पुलिस बलों की तैनाती सुनिश्चित की गई है ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ियों को रोका जा सके। आम आदमी पार्टी ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी आधारहीन और सरासर फर्जी मामले में हुई है। छापे के दौरान उनके आवास या कार्यालय से कुछ भी नहीं मिला। यह विधायक को झूठे मामले में फंसाने और आम आदमी पार्टी को बदनाम करने की एक नई साजिश है।