अर्चना कुमारी। आम आदमी पार्टी का सबसे विवादित चेहरा अमानतुल्लाह खान फिलहाल एसीबी की कस्टडी में है और उससे दिल्ली वक्फ बोर्ड की घोटाले को लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि विधायक जांच में बिल्कुल सहयोग नहीं कर रहा और वह किसी भी तरह के प्रश्न पूछे जाने पर गोल मटोल जवाब देता है।ACB को विधायक की 4 दिन की रिमांड मिली है और ACB ने अमानतुल्लाह खान से पूछताछ के लिए 14 दिनों का रिमांड मांगा था। इससे पहले विधायक के वकील ने एसीबी द्वारा की गई कार्रवाई को गलत बताया था लेकिन इसके बावजूद कोर्ट ने पुलिस को चार दिनों का रिमांड दिया ।
गिरफ्तारी के बाद शनिवार को विधायक अमानतुल्लाह खान को राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश की गई थी। इस बीच पुलिस ने भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) की छापेमारी में नकदी और हथियार बरामद होने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्ला खान के करीबी सहयोगी हामिद अली को गिरफ्तार किया गया । गौरतलब है कि एसीबी ने शुक्रवार को दिल्ली वक्फ बोर्ड में भर्ती में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में चार परिसरों पर छापेमारी की थी और अध्यक्ष अमानतुल्ला खान को गिरफ्तार कर लिया था।
एसीबी ने जिन जगहों पर छापेमारी की थी ,उनमें हामिद अली की संपत्ति भी शामिल थी। हामिद अली के परिसर से बिना लाइसेंस वाला एक हथियार, 12 लाख नकदी और कुछ कारतूस बरामद किए थे। जामिया नगर निवासी हामिद अली को दक्षिण पूर्वी जिला पुलिस ने शस्त्र अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया है और वह विधायक अमानतुल्लाह खान का बेहद करीबी बताया जाता है। पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि एसीबी की छापेमारी के बाद तीन प्राथमिकी दर्ज की गई हैं ,जिनमें से एक मामला हामिद अली (54) के खिलाफ दर्ज किया गया है ,जो बिना लाइसेंस वाला हथियार और कुछ कारतूस बरामद होने के संबंध में दर्ज किया गया है। इस मामले में हामिद अली को गिरफ्तार कर लिया गया ।
दूसरा मामला शस्त्र अधिनियम के तहत जोगाबाई एक्सटेंशन निवासी कौशर इमाम सिद्दीकी के खिलाफ दर्ज किया गया है। सिद्दीकी के परिसर से एक देशी पिस्तौल और तीन कारतूस बरामद हुए थे। उन्होंने कहा कि उसे अभी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है और वह फरार बताया जाता है लेकिन जल्द ही उसकी भी गिरफ्तारी कर दी जाएगी। छापेमारी के दौरान एसीबी ने कुल 24 लाख नकद और बिना लाइसेंस वाले दो हथियार जब्त किए थे।
इससे पहले, एसीबी ने दिल्ली वक्फ बोर्ड के कामकाज में कथित वित्तीय हेराफेरी और अन्य अनियमितताओं से संबंधित एक मामले में अमानतुल्ला खान को तलब किया था। बोर्ड में कथित गड़बड़ी के संबंध में पहले भी प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। इस प्राथमिकी के अनुसार, खान ने सभी मानदंडों और सरकारी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए 32 लोगों को अवैध भर्ती किया और भ्रष्ट एवं पक्षपातपूर्ण गतिविधियों में शामिल रहे।
एसीबी ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा था कि वक्फ बोर्ड के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष ने खान के खिलाफ बयान दिया था और अवैध भर्ती के खिलाफ एक ज्ञापन भी जारी किया था। एजेंसी ने आरोप लगाया कि एसीबी की टीम जैसे ही खान को गिरफ्तार करने के लिए उनके आवास पर पहुंची, उनके रिश्तेदारों और परिचितों ने उस पर हमला कर दिया। तीसरा मामला एसीबी अधिकारियों के कामकाज में बाधा डालने से संबंधित है। पुलिस ने कहा कि इसमें शामिल लोगों की पहचान की जा रही है।
एसीबी में तैनात इंस्पेक्टर आनंद प्रकाश ने बताया कि शुक्रवार दोपहर वह एसीपी राजेंद्र कुमार, महिला एसआई लीला डबराल, एएसआई चार्ली, दलजीत सिंह रंधावा व अन्यों के साथ जोगाबाई एक्सटेंशन स्थित विधायक के घर तलाशी के लिए पहुंचे। विधायक के भाई ने दरवाजा खोला। इस बीच विधायक की पत्नी सफिया खान आ गई। कागजात दिखाने के बाद घर की तलाशी की बात की गई तो विधायक की पत्नी भड़क गई। उन्होंने अपने बेटे को आवाज देखकर लोगों को इकट्ठा करने के लिए कहा।
कुछ ही देर में विधायक के घर के बाद 40-50 लोग इकट्ठा हो गए। इन लोगों ने जबरन टीम को बाहर निकालकर धक्का-मुक्की व मारपीट शुरू कर दी। बाद में विधायक के घर के नीचे बने बेसमेंट में बंधक बना लिया। करीब 15-20 मिनट वहां बंधक बनाकर टीम के साथ बदसलूकी की गई। उनसे एक लिफाफा और फाइल छीन ली गई। बाद में जामिया नगर थाना पुलिस वहां पहुंची तो उनको सुरक्षित बचाया गया। मारपीट और हमले में एएसआई चार्ली और दलजीत सिंह रंधावा को चोट लगी।
गौरतलब है कि विधायक अमानतुल्लाह खान एक विवादित प्रवृत्ति का नेता रहा है और उसके खिलाफ सितंबर 2016 में एक महिला रिश्तेदार ने उन पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं अमानतुल्लाह पर 2017 में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मारपीट का भी आरोप लगा था जबकि 18 अप्रैल 2017 में अमानतुल्लाह खान ने एमसीडी चुनाव से पहले जामिया नगर में कांग्रेस समर्थकों पर कथित तौर पर गोली चलवाई थी और मामला अभी अदालत में विचाराधीन है।
इसके अलावा अमानतुल्लाह खान के खिलाफ वर्ष 2018 में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ बदसलूकी के आरोप में दर्ज किया गया था जबकि उस पर नागरिक संहिता अधिनियम के विरोध में शाहीन बाग में हुए धरना प्रदर्शन को भी बढ़ावा देने और वहां मौजूद लोगों को उकसाने का आरोप लग चुका है। इसके अलावा कई अन्य तरह के आरोप अमानतुल्लाह खान पर लगे हैं जबकि वह केजरीवाल का खास बताया जाता है।