अर्चना कुमारी । अमानतुल्लाह खान का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है और यही वजह है कि वह अक्सर बखेड़ा खड़ा कर तथा विवादित बयान देकर सुर्खियों में रहता है। शाहीन बाग अतिक्रमण के खिलाफ दक्षिणी दिल्ली नगर निगम अभियान में बुलडोजर के आगे लेटने पर उस पर एफ आई आर तो हुई लेकिन पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। लेकिन दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की टीम जब बृहस्पतिवार को अतिक्रमण हटाने मदनपुर खादर पहुंची।
तब अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई के दौरान नगर निगम की टीम को स्थानीय मुस्लिम लोगों के साथ साथ एक बार फिर अमानतुल्लाह खान का विरोध का सामना करना पड़ा। बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों से घिरे इलाके में स्थानीय लोगों के साथ आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान धरने पर बैठ गए। बताया जाता है कि इस वजह से इलाके में तनाव फैल गया और कार्रवाई का विरोध कर रहे लोगों ने निगम व पुलिस पर पथराव कर दिया। पथराव के बाद पुलिस टीम ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को काबू किया।
इस दौरान पुलिस अमानतुल्लाह खान को बचाकर मौके से कालकाजी थाने ले गई । बाद में पुलिस ने विधायक अमानतुल्लाह खान सहित 12 लोगों को हिरासत में ले लिया। देर शाम अमानतुल्ला खान के साथ पांच अन्य समर्थकों को मामला प्राथमिकी संख्या 246/2022 यू/एस 186/332/353/147/148/149/153 में दंगा करने और जनता को बाधित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया । बाद में उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया । हालांकि लोगों के शांत होने के बाद निगम की टीम ने चार अवैध इमारतों को ध्वस्त कर दिया।
निगम का कहना है कि चौथे दिन तीनों निगमों ने 9 स्थानों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की। निगम ने साउथ जोन में चिराग दिल्ली गांव, सावित्री नगर और सेंट्रल जोन के राजा धीर सेन मार्ग, इस्कान टेंपल रोड, कालका देवी मार्ग और मदनपुर खादर के कालिंदी कुंज में कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान जब निगम की टीम मदनपुर खादर स्थित एक तीन मंजिला इमारत गिराने लगी, तो यहां लोग बड़ी संख्या में जुट गए और कार्रवाई का विरोध करने लगे। इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। इस बीच ओखला से आप विधायक अमानतुल्लाह खान भी मौके पर पहुंच गए और कार्रवाई के विरोध में वहीं धरने पर बैठ गए। मौके पर बड़ी संख्या में लोग जुटते गए और थोड़ी देर बाद भीड़ ने निगम की टीम व पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया।
पथराव बढ़ता देखकर मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने लोगों पर काबू पाने के लिए हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया। पुलिस ने बल प्रयोग के बाद हंगामा कर रहे लोगों को काबू कर लिया। इस दौरान निगम की कार्रवाई करीब आधा घंटा तक रूकी रही। इलाके में तनाव बढ़ता देख पुलिस ने अमानतुल्लाह खान सहित करीब एक दर्जन से ज्यादा लोगों को पुलिस टीम ने हिरासत में ले लिया। निगम की कार्रवाई के दौरान आसपास के लोगों ने गलियों व अपनी छतों से भी पथराव किया।
इस हंगामे के कारण करीब आधा घंटा निगम की कार्रवाई रुकी रही। इसके बाद फिर निगम ने ध्वस्तीकरण का काम शुरू किया। सेंट्रल जोन के चेयरमैन राजपाल सिंह ने कहा कि आप विधायक अमानतुल्लाह खान ऐसे भूमाफिया को बचाने का प्रयास कर रहे हैं, जो सरकारी जमीन पर अवैध रूप से इमारतें बनाकर बेच रहे हैं और गरीबों को लूट रहे हैं। वह अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या मुसलमानों का साथ दे रहे हैं। इस मामले में मेयर मुकेश सूर्यान ने कहा है कि जिन लोगों ने पत्थरबाजी की । उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पत्थरबाजी करने वालों को एक पत्थर के बदले हजार पत्थर निगम देगी और निगम की कार्रवाई के बाद लोग पत्थर चलाने के लायक नहीं रहेंगे।
हिरासत में लेने के बाद अमानतुल्लाह खान ने ट्वीट करते हुए भाजपा पर निशाना साधा उन्होंने कहा कि भाजपा गरीबों के आशियाने पर बुल्डोजर चला रही है। उनके जेल जाने से गरीबों का घर बच सके, तो वह जेल जाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यहां कोई मिलता है तो उसे हटाने में वह निगम का साथ देंगे लेकिन अतिक्रमण के नाम पर गरीबों का घर नहीं तोड़ने देंगे।
आपको बता दें कि अमानतुल्लाह खान पूर्व में भी दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश को पीटकर मुकदमा झेल चुके हैं जबकि उन्होंने यति नरसिंहानंद को भी धमकी दी थी। इतना ही नहीं जुलाई 2016 में दिल्ली पुलिस ने एक महिला की शिकायत के बाद अमानतुल्ला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके कुछ ही महीनों बाद अमानतुल्ला खान के साले की पत्नी ने उनके खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत की, जिसके बाद उन्हें दोबारा गिरफ्तार किया गया।
विवादित प्रवृत्ति का अमानतुल्लाह खान का नाम दिल्ली वक्फ बोर्ड में कथित घोटाले में भी आया था और यह व्यक्ति नागरिक संशोधन कानून विधेयक के खिलाफ आंदोलन में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। शाहीन बाग में करीब 100 दिनों तक जो चक्का जाम हुआ उसका भी यह सूत्रधार रहा है ।
इसने कुमार विश्वास को संघ और भाजपा का एजेंट तक कह दिया था और उसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का संरक्षण प्राप्त व्यक्ति बताया जाता है। मूल तौर पर उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले अमानतुल्लाह खान दिल्ली में जामिया में पढ़ाई करने के लिए आया लेकिन वह कभी अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाया। लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह लगातार देशव्यापी मुस्लिम नेता बनने की कोशिश में जुटा हुआ है।