संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर, सरदार पटेल, श्यामाप्रसाद मुख़र्जी, डाo राजेंद्र प्रसाद, सर्वपल्ली राधाकृष्णन और देश के शहीदों को सबसे बड़ी श्रद्धांजली यह होगी की देश के संविधान को 100% लागू कर दिया जाये! अभी तक केवल 75% संविधान ही लागू किया गया है! देश की एकता-अखंडता और सामाजिक समरसता के लिये 100% संविधान लागू करना अति-आवश्यक हैं!
आर्टिकल 21 के अनुसार देश के सभी नागरिकों को स्वास्थ्य का अधिकार (right to health) अभी तक नहीं मिला! आर्टिकल 21A के अनुसार 14 वर्ष तक के बच्चों का स्कूल स्लेबस एक समान होना चाहिये, चाहे वह गरीब हो या अमीर, हिंदू हो या मुसलमान, सिख हो या ईसाई!
आर्टिकल 44 के अनुसार देश के सभी नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता (common civil code) लागू करना तो दूर अभी तक इसका ड्राफ्ट भी तैयार नहीं हुआ! यदि गोवा में समान नागरिक संहिता लागू हो सकती हैं तो पूरे देश में क्यों नहीं?
आर्टिकल 312 के अनुसार जजों की नियुक्ति के लिये राष्ट्रीय स्तर पर इंडियन जुडिशियल परीक्षा होनी चाहिये! इसको लागू किये बिना समान न्याय की बात करना बेमानी हैं!
आर्टिकल 343 के अनुसार सभी सरकारी कार्य हिंदी में होना चाहिए! आर्टिकल 351 के अनुसार 14 वर्ष तक के सभी बच्चों के लिए हिंदी और संस्कृत विषय अनिवार्य होना चाहिए! कई अन्य महत्त्वपूर्ण आर्टिकल्स भी अभीतक पेंडिंग हैं!
गांधीं-पटेल-अंबेडकर के नाम पर राजनीति बहुत हो गयी, अब जरुरत है उनकी भावनाओं के अनुसार संविधान को शत-प्रतिशत लागू करने की! देश को और अधिक मूर्तियों की नहीं बल्कि समान शिक्षा, समान चिकित्सा, समान नागरिक संहिता, समान अवसर और समान न्याय की जरुरत हैं!
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