संदीप देव । सनातन धर्म में कहा गया कि रात में जूठा बर्तन नहीं छोड़ते, इससे मां लक्ष्मी रुष्ठ होती हैं। धन-संपदा की हानि होती है।
लोग अपने धन-वैभव की रक्षा के लिए ही सही, घर की साफ-सफाई रखने लगे, झूठे बर्तन रात को ही धो लिए जाते रहे।
अब देखिए कि वर्तमान में अमेरिकी शोध क्या कह रहा है? शोध कह रहा है कि जूठे बर्तन यदि दो दिन तक सिंक में रह जाए तो किडनी फेल से लेकर गर्भपात तक का खतरा उत्पन्न हो जाता है। अर्थात खाने के उपरांत बर्तन को धो देना चाहिए। उसे अधिक समय तक जूठा नहीं छोड़ना चाहिए।

उसमें उत्पन्न जीवाणु पूरे परिवार के स्वास्थ्य के लिए हानिप्रद है, खासकर जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है। बच्चे, बुजुर्ग व गर्भवती महिलाओं पर सबसे अधिक इसका असर मापा गया।
सनातन ने सबकुछ धर्म से जोड़ कर समझाया, क्योंकि लोग धार्मिक थे, धर्म को मानते थे और सीधे सीधे शोध की भाषा समझने की स्थिति में प्रारंभिक काल में नहीं थे।
इसीलिए सनातन धर्म सबसे अधिक वैज्ञानिक है, क्योंकि वह प्रकृति, प्राणि और ब्रह्मांड को जोड़ कर समग्रता चेतना का प्रकटीकरण करता है। सनातन सीधे-सीधे वैश्विक कल्याण से जुड़ा है।