अर्चना कुमारी । आरोपी आफताब ने श्रद्धा की हत्या के बाद उसके सिर को जलाने की कोशिश भी की थी। ताकि उसकी पहचान हमेशा के लिए छिपाया जा सके। पुलिस सूत्रों का दावा है कि फ्रीजर में सिर के रखने और उसके जमने की वजह से वह पूरी तरह से जल नहीं पाया था।
इसके बाद उसने सिर पर मिट्टी डालकर उसे ठिकाने लगाया था। आरोपी ने अब तक नहीं बताया है उसने सिर कहां फेंका और यह वजह है कि सिर की बरामदगी नहीं होना मुश्किल खड़ी कर दी है । पुलिस सूत्रों का कहना है यह बात भी सामने आई है आरोपी को श्रद्धा की लाश को टुकड़े टुकड़े करने में लगभग दस घंटे का वक्त लग गया था और उसने घंटों पानी बहा कर खून के धब्बे साफ किए थे।
आसपास के लोगों ने पुलिस को बताया है कि जिस मकान में आफताब रहता था वहां पर देर रात तक मोटर चलती रहती थी और आफताब के नाम पानी का बिल बकाया था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस मामले में त्रिलोकपुरी कनेक्शन की आशंका है क्योंकि इस साल जून के महीने में त्रिलोकपुरी इलाके में पुलिस को कटी हुई एक लाश मिली थी। बरामद किए गए डेड बॉडी के सिर और हाथ अलग अलग थे। अभी इन लाश के टुकडों की भी पहचान नहीं हो सकी है। ये बॉडी पार्ट्स श्रद्धा की मौत के बाद ही मिले थे।
इसे देखते हुए श्रद्धा मर्डर केस की जांच उस तरफ भी घूमी है। पता लगाया जा रहा है बुरी हालत में मिले बॉडी के वे पार्ट्स कहीं इस युवती के ही तो नहीं है। लेकिन अभी यह एक आशंका है और इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है। इस बीच एक बार फिर बृहस्पतिवार को पुलिस टीम छतरपुर इलाके के आसपास उस जंगल में पहुंची, जहां पर आरोपी ने उसकी लाश के टुकडों को ठिकाने लगाया था। यहां कई घंटे तक पुलिसकर्मी जंगल में बॉडी पार्ट्स को तलाशते रहे, लेकिन कुछ हाथ नहीं आया।